पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, बलिया
बांसडीह/बलिया। तहसील में विगत शुक्रवार को खतौनी सत्यापन को लेकर हुए विवाद में लेखपालों द्वारा किसान की पिटाई को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा तहसील में प्रदर्शन के बाद शनिवार देर शाम बैक फुट पर आये पुलिस व प्रशासन ने किसान की तहरीर पर चार लेखपालों उनके दो सहयोगियों के खिलाफ मारपीट व बलवा का मुकदमा दर्ज किया है। शुक्रवार को खेजुरी थाना क्षेत्र के करम्मर निवासी राजेश सिंह अपने धान की फसल की बिक्री को लेकर उसका अंश निर्धारण करवाने तहसील गये थे। जहां हल्का लेखपाल राजेश राम के साथ बातचीत के दौरान कहासुनी तथा विवाद हो गया। किसान राजेश सिंह ने आरोप लगाया है कि लेखपाल का पक्ष लेकर कुछ अन्य लेखपालों व उनके सहयोगियों ने मुझे कमरे में बंद करके बुरी तरह मार पीटकर घायल कर दिया। सूचना पर पहुचीं पुलिस ने पीड़ित किसान को लेखपालों के चंगुल से बचाकर थाने ले आई। जहां फिर एक बार संख्याबल को आधार बनाकर पंहुचे लेखपालों ने पुलिस पर दबाव बनाकर पीटे गये किसान के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार करवा दिया। इस दौरान लेखपालों के प्रभाव में आकर पुलिस ने भी पूरी तरह पीड़ित किसान की अनदेखी कर दी और लेखपालों को संतुष्ट कर मामले का निपटारा कर दिया। मामले को लेकर शनिवार को भाजपा बांसडीह कार्यकर्ताओं ने किसान का पक्ष लेकर घेराव कर हंगामा कर दिया। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ता दोषी लेखपालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एसडीएम आफिस के सामने धरने पर बैठ गए और इसके बाद शाम तक अधिकारी इस पूरे मामले से कन्नी काटते नजर आये। इसके बाद शाम को सीओ व कोतवाल की मौजूदगी में एसडीएम राजेश गुप्ता ने धरने पर बैठे भाजपा कार्यकर्ताओं की मांग को स्वीकार किया तथा किसान राजेश सिंह का मेडिकल कराया। किसान राजेश सिंह की तहरीर पर लेखपाल राजेश राम ,कौशलेंद्र पांडे ,ईश्वर दयाल यादव , विनोद यादव व उनके दो सहयोगी नथुनी यादव तथा परशुराम यादव सहित कुछ अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा व मारपीट का मुकदमा दर्ज किया हैं।
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