राजीव शंकर चतुर्वेदी
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो
बलिया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा संजीव बर्मन द्वारा नियम विरूद्ध किये गये स्थानान्तरण एवं एैच्छिक आधार पर कुछ स्थानान्तरण निरस्त किए जाने से क्षुब्द्ध होकर समस्त स्थानान्तरण को निरस्त करने एवं शोषण रोकने हेतु 3 जुलाई गुरुवार को उनके कार्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया गया है। जिसका स्वास्थ्य विभाग के अन्य सहयोगी संगठनों ने अपने समर्थन पत्र मुख्य चिकित्साधिकारी, को प्रेषित किया गया। स्वास्थ्य विभाग का समर्थन करने वाले सहयोगी संगठनों में उत्तर प्रदेश बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ, उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संघर्ष समिति, राज्य कुष्ठ चिकित्सा कर्मचारी संघ प्रमुख रूप से है। इसके पूर्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् ने अपना समर्थन दिया है जिससे, उससे सम्बद्ध संगठनों का समर्थन स्वयंमेव इस कार्यक्रम को हो गया है। संज्ञान हो कि यह प्रकरण लगभग दो माह से चल रहा है एवं संगठन द्वारा कई बार मुख्य चिकित्साधिकारी से लिखित एवं मौखिक निवेदन किया जाता रहा है तथा मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा प्रकरण में स्वेच्छाचारिता, उपेक्षात्मक एवं मनमानी रवैया अपनाकर स्थानान्तरित स्वास्थ्यकर्मियों का आर्थिक शोषण कर, लगभग 15 कार्यकत्रियों का स्थानान्तरण निरस्त किया गया है तथा संगठनों के विरूद्ध कार्यालय में टिप्पणी भी की जा रही है कि आगरा में तैनाती के समय मैंने बहुत ऐसे संगठन देखे हैं। ज्ञात हो कि मुख्य चिकित्साधिकारी की सेवा का मात्र 06 माह ही शेष बचा है इसलिए उनका यह कृत्य अभी और बढ़ेगा ही तथा इस तरह सरकार की छवि भी धूमिल कर रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों में घोर रोष व्याप्त है तथा धरना को सफल बनाने का अपील किया गया है।
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