पूर्वांचल राज ब्यूरो वाराणसी
राहुल सिंह
*गांधी जी* का विचार था कि *गरीबी हिंसा का सबसे बुरा स्वरूप है*। उनके इसी विचार को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धन परिवारों को आवास, भोजन, चिकित्सा एवं शिक्षा जैसी बुनियादी आवश्यकताओं को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जीरो पॉवर्टी योजना की शुरुआत की गई है । इस योजना का लक्ष्य 2 अक्टूबर 2025 तक उत्तर प्रदेश को अत्यधिक गरीबी से मुक्त करना है ।
इस योजना के तहत प्रत्येक जिले से 17000 गरीब परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए पंचायती राज विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है।
इस योजना के सर्वेक्षण में अब तक 15000 से अधिक गरीब परिवारों को काशी में चुना जा चुका है इन्हें उन सभी सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा जिससे वे अब तक वंचित है और जिससे इनका जीवन स्तर ऊंचा उठाया जा सके। डीपीआरओ आदर्श कुमार ने जानकारी दी कि पात्रों का चयन ग्राम स्तर पर किया जाएगा और प्रत्येक गांव से ऐसे 25 परिवारों का चयन किया जाएगा इन्हें आवास के साथ-साथ आए के स्रोत भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
योजना में पात्र परिवारों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार सेवक,पंचायत सहायक, समूह सखी आदि को सौंप गई है तो सरकारी विद्यालय के अध्यापक, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को सत्यापन में लगाया गया है ।इस योजना के निम्नलिखित मानक बनाए गए हैं -
1)आवासहीन होना
2)कच्चा मकान होना
3)भूमिहीन होना
4) दिहाड़ी मजदूरी से जीवन यापन करना ।
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