ये चाइनीज लहसुन खाने से फंगल बीमारी का है खतरा
इतनी चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी भारतीय बाजारों में कैसे आ जाते हैं ऐसे खतरनाक चाइनीज खाद्य सामग्री
पूर्वांचल राज्य समाचार, भारत/ नेपाल / नौतनवां
उप सम्पादक ठाकुर सोनी व ब्यूरो चीफ अपराध अनिल जायसवाल
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित महराजगंज जनपद के नौतनवां कस्टम विभाग ने 1400 बोरी चाइनीज लहसुन को नौतनवा हाईवे पर स्थित नौतनवा गैस एजेंसी के गोदाम के पास नष्ट कर दिया है। कस्टम नौतनवां से मिली जानकारी के अनुसार नष्ट किए गए चायनिज लहसुन का वजन 15 से 16 टन था।
यह लहसुन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया जा रहा है, क्योंकि चीन में इसे गंदे पानी और खतरनाक रसायनों से उगाया जाता है। इसी वजह से यह लहसुन भारत में पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
बताते चलें कि नेपाल से तस्करी के जरिए इस चाइनीज लहसुन को भारत लाया गया था। जिसे सुरक्षा एजेंसियों ने जब्त कर कस्टम विभाग को सौंप दिया था। जांच में इस लहसुन से व्यक्ति केस्वास्थ्य पर बुरा असर होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद कस्टम विभाग ने इसे नष्ट कर दिया।
*भारत नेपाल सीमा पर इतनी चौकसी के बाद भी किस रास्ते पहुँचता है ये चाइनीज लहसुन*
भारत नेपाल सीमा से सटे नौतनवां, बरगदवा, ठूठीबारी, निचलौल आदि सीमावर्ती क्षेत्रों से इस चाइनीज लहसुन को सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ा फिर उसे जमींदोज कर दिया।
अब सवाल ये उठता है कि भारत नेपाल सीमा पर इतनी मुस्तैदी के बाद भी आखिर कैसे तस्कर इस काम को अंजाम देते है ये अपने आप मे कहीं न कहीं सुरक्षा एजेंसियों पर सवालिया प्रश्न खड़ा करता है और भारतीय बाजारों में इस तरह के जानलेवा खाद्य सामग्रियों पर प्रतिबंध के बाद भी जो तस्कर इन्हें भारतीय बाजार में तस्करी के माध्यम से उपलब्ध कराते हैं उनकी धर- पकड़ नही होती है। और ना ही मीडिया को इनकी पूरी जानकारी दी जाती है। हालांकि तस्कर लगातार इसे भारतीय बाजारों में पहुंचाकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। वैसे तो भारत -नेपाल सीमा पर चाइनीज लहसुन, कास्मेटिक सामान, मक्का, चावल, गेहूं , चीनी और प्याज समेत कई अन्य चीजों की लगातार बड़े पैमाने पर तस्करी हो रही है।
एसएसबी, पुलिस और प्रशासन के लोग इस पर रोक लगाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं, लेकिन तस्करी थमने का नाम नहीं ले रहा है।
*सीमावर्ती क्षेत्रों में बेखौफ हैं तस्कर, सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस से बिल्कुल नहीं डरते*
भारत-नेपाल सीमा के सात थाना क्षेत्रों में तस्कर अपना नेटवर्क फैला चुके हैं। पुलिस तस्करी रोकने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। तस्कर सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर धड़ल्ले से तस्करी को अंजाम दे रहे हैं।
सवाल यह उठता है कि क्या सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों से तस्कर डरते नहीं हैं, या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि कुछ लोग तस्करों का साथ दे रहे हैं। जिससे यह अवैध धंधा रुक नहीं पा रहा है।
समाचार लिखे जाने तक इन चाइनीज लहसुन को भारतीय बाजारों में पहुंचाने वाले तस्करों के बारे में कोई जानकारी नही मिल पाई है।
0 Comments