पूर्वांचल राज्य,ब्यूरो चीफ, गोरखपुर,सुनील मणि त्रिपाठी
गोरखपुर।बार एसोसिएशन के सभागार में अधिवक्ता परिषद के द्वारा स्वाध्याय मंडल की बैठक आयोजित की गई बैठक में एस. पी.ओ. वी. डी. मिश्रा विशेषज्ञ वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उनके द्वारा मुख्य रूप से भारतीय न्याय संहिता एवं भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के विभिन्न प्रावधानों पर प्रकाश डाला गया। इस बात पर विशेष बल दिया गया कि नए प्रावधानों में मुख्य रूप से वाद के त्वरित निस्तारण को प्रधानता दी गई है। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि इलेक्ट्रानिक माध्यमों को विशेष स्थान दिया गया है ,और आगामी 3 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से सभी नए प्रावधानो के परिणाम दिखने लगेंगे क्योंकि वाद के विचार में जो कठिनाइयां आ रही थी उनका हल करने हेतु डिजिटल प्रणाली के उपयोग को विधिक रूप से मान्यता दी गई है। जैसे गवाह जिस भी स्थान पर रहेगा वह उसी स्थान से डिजिटल मीडिया के माध्यम से अपनी गवाही प्रस्तुत करेगा और अब कोर्ट को उसका इंतजार नहीं करना होगा। इस प्रकार न्यायिक प्रणाली प्रभावी होगी ।इसके साथ-साथ उनके द्वारा यह भी बताया गया कि प्रक्रिया को भेजना और संप्रेषित करने में जो समस्याएं आती थी उसके निस्तारण में भी डिजिटल मीडिया की प्रणाली का उपयोग होगा और प्रक्रिया समन वारंट या इस तरह के जितने भी प्रक्रिया हैं उनको डिजिटल माध्यमों से संप्रेषित किया जाएगा। इसके साथ-साथ विशेषज्ञ वक्ता के द्वारा यह भी बताया गया कि नए कानून दंडात्मक सोच के साथ नहीं बनाए गए हैं। यह नए जो प्रावधान है यह सभी सुधार की अवधारणा के साथ बनाए गए हैं और महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों को विशेष मान्यता दी गई है इसके अलावा नए कानून में संगठित अपराध को अलग स्थान पर वर्गीकृत किया गया है।इस प्रकार बड़े वृहद तरीके से विशेषज्ञ वक्ता द्वारा अपना उद्बोधन किया गया और दीवानी न्यायालय के अभयनंदन त्रिपाठी, कृष्णा नंद तिवारी,अभिनव तिवारी, अजय कुमार मिश्र,राजीव भूषण यादव, आशुतोष ओझा, आशुतोष पाण्डेय,अजय बजरंगी गुप्ता, अनुप कुमार पाण्डेय,अंजु यादव, प्रवीन कुमार शुक्ला,करूणा रावत, सरिता चौबे,चौबे,मंजिमा सिंह,आनंदी , मनीष सिंह, प्रणव दिवेदी, बंदना मौर्या कार्यक्रम का संचालन अजिता पाण्डेय ने किया अनुप कुमार पांडेय के देखरेख में हुआ । बहुतायत अधिवक्ताओं ने उद्बोधन का लाभ लिया। समापन राष्ट्रगान से हुआ।
0 Comments