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पुलिस पर झूठे केस में फंसाने का आरोप

हीरालाल ने पुलिस द्वारा बच्चों को नाजायज फंसाए जाने का लगाया आरोप



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, अम्बेडकरनगर 

अम्बेडकरनगर।  बसखारी थाना क्षेत्र के मकोइया शादी में बीती रात हुई चोरी घटना में पुलिस ने दो दलित छात्रों को पकड़ कर जेल भेज दिया जिसमें एक नाबालिक छात्र जो कक्षा 11 में पढ़ रहा है जो मकोइया अपनी मौसी के यहां निमंत्रण में आया था आरोपी के पिता हीरालाल ने बसखारी पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप की बसखारी पुलिस ने घर में घुसकर अलमारी में रखे पैसे को निकालकर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया,जबकि आरोपी बंधक बैंक से लोन पर लेकर 29 फरवरी को पैसा निकाल कर घर पर लाया था जो अपनी फीस के लिए रखा था पुलिस घर से पैसा उठा ले गयी और 379 411 धारा दर्ज कर जेल भेज दिया जिससे पुलिस की कर शैली पर उठ रहे हैं गंभीर आरोप वहीं आरोपी के पिता ने दलित उत्पीड़न बताते हुए माननीय मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई, बसखारी पुलिसिया कार्य शैली पर उठ रहे हैं सवाल पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य खराब किया जा रहा है वही बसखारी पुलिस ने एक और पूर्व में मैरिज हॉल में हुई हुई चोरी की घटना हुई थी जिसमें अज्ञात नाम डालकर फिर को छोड़ दिया गया था आज अज्ञात फिर को इन छात्रों का नाम डालकर जेल भेज दिया जिसे छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। वहीं पर जब मीडिया जमीनी हकीकत से पड़ताल शुरू किया। 


ग्रामीणों ने पढ़ते हुए छात्र के बारे में पूरी जानकारी बताया और जानकारी में कहा गया वह छात्र निर्दोष है लेकिन सब को तो आन बान शान की पड़ी थी। आखिर इतनी जल्दी क्या पड़ गई बिना जांच पड़ताल किए ही एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया गया जनता में उस बच्चे के प्रति की गई कार्यवाही के प्रति आक्रोश पनप रहा है की बच्चों को नाजायज फंसा दिया गया। थाना बसखारी का कहना है की सभी घटनाओं को कबूल किया गया जब कड़ाई से पूछा गया। 

जो कड़ाई किया गया वह देखकर जनता हैरान और परेशान है यह सही है कि  पुलिस की लाठी के आगे जो कभी गुनाह  नहीं हो वह कबूल कर लेता। ऐसा लगता बेबस बच्चे ने पुलिस के लाठी आगे जो जुर्म किया ही नहीं उसको भी काबुल किया। मजे की बात तो यह भी है पुलिस का खेल ही निराला  होता है । क्या गजब खेल खेला घर से यह सब घटित किया जाता है पुलिस के द्वारा और दिखाया जाता है हंसवर  मोड़ से पकड़ा गया। आरोपी को मजे की बात यह भी है मैरिज हाल में चोरी की घटना होती है और अज्ञात में एफआईआर  दर्ज हो जाता है क्या कभी  बसखारी पुलिस इसकी छानबीन की कि वहां शादी प्रोग्राम में कितने कमरे चल रहे थे उसे कैमरे में तस्वीर कैद है या नहीं है फिलहाल देखा जाए तो शादी का पूरा घटनाक्रम कैद होता है‌।  अगर पुलिस अधीक्षक इस पुरे मामले जांच कराई जाए तो इस मामले पर से पर्दा उठ जाएगा। और एक बच्चे का भविष्य बच सकता है। मिलेगा तो पूरे घटना उसी के पुलिस का कारनामा जनता से छुपी नहीं है।बसखारी थाना सटा विकास नगर घरेलू चोरियां लगभग सात चोरी का घटना हुआ और चोरी की घटनाओं मे जेवराज से लेकर लाखों रुपए उड़ा दिए गौरतलाप यह कि कुछ चोरियों में सीसीटीवी कैमरे में तस्वीर भी कैद है लेकिन पुलिस चोर को पकड़ने में खाली हाथ झुनझुना ही बज रही है। जबकि पुलिस को सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीर को दिया जा चुका है लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक चोर चढ़ा नहीं जनता में यह चर्चा जरूर बन गया की बेगुनाह को मुजरिम बनाना पुलिस के लिए कितना आसान होता है और मुजरिम खुले आम घूमता रहता है यह है चोर पुलिस का खेल है वैसे यह कहावत सही है चोर पुलिस एक दूसरे के पूरक होते हैं जो ना समझे वह मूर्ख होते हैं यह एकदम ठीक बैठ रहा है फिलहाल देखना यह होगा इस मामले में प्रशासनिक अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं। यह मामला पुलिस विभाग के लिए किसी चुनौती से काम नहीं बना हुआ है।

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