https://www.purvanchalrajya.com/

विश्व के प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला गया से निःशुल्क अयोध्या यात्रा के लिए चलेगी ट्रेन



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, बोध गया (अजय कुमार चौबे की रिपोर्ट)

बोध गया। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम लाल का दर्शन के लिए विश्व के प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला क्षेत्र गया जंक्शन से निःशुल्क अयोध्या में मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम के दर्शन के लिए ट्रेन का परिचालन किया जाएगा।  यह ट्रेन 25 जनवरी से श्रद्धालु यात्री के लिए प्रारंभ हो रही है तथा 25 मार्च तक संचालित रहेगी। चार दिनों का एक फेरा आवागमन निर्धारित किया गया है।    पूर्व मघ्य रेलवे-स्टेशन के गया जंक्शन सहित मानपुर, पहाड़पुर बेला , गुरारू स्टेशन से अयोध्या के लिए तीर्थ यात्री स्पेशल ट्रेन चलेगी। समिति ने बताया की यात्रा पर जाने वाले सभी तीर्थ यात्रियों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। इस संबंध में भाजपा जिला उपाध्यक्ष सह रामलला दर्शन अभियान समिति अयोध्या के जिला प्रभारी योगेश कुमार ने दर्शन अभियान को सफल बनाने के लिए सनातन धर्मावलंबियों से आवाहन किया है। साथ ही जिला के गांवो में जनसंपर्क अभियान शुरू किया गया है। विदित हो कि भगवान श्री राम का मंदिर निर्माण के बाद प्राण प्रतिष्ठा का कार्य तेजी से चल रहा है। मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 22 जनवरी को निर्धारित किया गया है। अयोध्या में श्री राम मंदिर के ऐतिहासिक निर्माण और उद्घाटन के बाद बिहार वासियों को श्री राम लाल दर्शन के लिए निःशुल्क व्यवस्था की गई है । गया के पांच प्रमुख रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन द्वारा दर्शन कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को श्री राम लाल का दर्शन करना है स्पेशल ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं। अयोध्या जाने के लिए भाजपा के कार्यकर्ता से संपर्क कर तीर्थ यात्री अपना रजिस्ट्रेशन पूर्व में करा लें।तथा यात्रा के दौरान नाश्ता ,भोजन और अयोध्या में निवास पूर्णतः निःशुल्क होगी। निर्धारित समय से पूर्व रजिस्ट्रेशन कराने की बात कही है।

गया पितृपक्ष मेला का संबंध मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के पूर्वजों से......

तीर्थ यात्रा आयोजन समिति ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और माता सीता का पितृपक्ष मेला गया से विशेष प्रकार से लगाव रही है। क्योंकि माता सीता मर्यादा पुरुषोत्तम राम के तर्पण व्यवस्था करने के पूर्व ही अपने पितृ (ससुर) दशरथ को फल्गु नदी के किनारे तर्पण देकर श्रद्धांजलि दी थी। पौराणिक आध्यात्मिक कथा के अनुसार भगवान विष्णु का चरण गया स्थित विष्णुपद मंदिर में अवस्थित है। एक कथा के अनुसार गयासुर ने अपना शरीर यज्ञ के लिए ब्रह्मा जी को दान कर दिया था। ब्रह्मा जी भगवान विष्णु, शिव सहित सभी देवताओं के साथ गयासुर की पीठ पर विराजमान होकर यज्ञ करने लगे। ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने अपनी गदा से गयासुर के शरीर को स्थिर किया था, इसलिए उनका एक नाम 'गदाधर' हो गया। कई अन्य गया का प्रसिद्धि अयोध्या श्रीराम के आध्यात्मिक पौराणिक महत्व है।

Post a Comment

0 Comments