पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, सोनभद्र (संवाददाता पवन कुमार सिंह की रिपोर्ट)
सोनभद्र। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन द्वारा डीबीए सभागार में अधिवक्ता दिवस पर अध्यक्ष रामचंद्र सिंह डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन सोनभद्र की अध्यक्षता में मनाया गया।
इस अवसर पर डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता राज बहादुर सिंह को एसोसियेशन के पदाधिकारी साल ओढ़ाकर तथा पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन सोनभद्र के महामंत्री विमल प्रसाद सिंह ने कहा कि डॉ० राजेन्द्र प्रसाद स्वयं एक विद्वान अधिवक्ता थे। वह भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे। जिन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी अपना योगदान दिया था। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। उन्होंने 12 वर्षों तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के पश्चात वर्ष 1962 में अपने अवकाश की घोषणा की। सम्पूर्ण देश में अत्यन्त लोकप्रिय होने के कारण उन्हें राजेन्द्र बाबू-देशरत्न कहकर पुकारा जाता था। उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 1962 में उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। डीवीए पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने कहा कि भारत की सारी न्याय व्यवस्था अधिवक्ता के काम पर टिकी हुई है। इतना कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि न्याय मिल ही इसलिए रहा है क्योंकि अधिवक्ता उपलब्ध है। अधिवक्ता न्यायालय के अधिकारी है, कभी कभी वह न्यायधीश से उच्च स्तरीय प्रतीत होतें क्योंकि संपूर्ण न्याय व्यवस्था का भार इन ही काले कोट के कंधों पर है। अगर अधिवक्ता न हो तो भारत की जनता को न्याय मिलना असंभव सा हो जायेगा।संचालन डी बी ए कोषाध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने किया ।
इस अवसर पर एड. महेंद्र प्रताप सिंह, एड. अशोक कुमार कनौजिया, एड. सुरेश कुशवाहा, एड. नवीन पांडेय , एड. राजेश यादव, एड. अनिल सिंह, एड. राजेंद्र प्रसाद यादव, एड. शाहनवाज आलम आदि लोग उपस्थित थे।
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