जगदीशपुर में पसरा सन्नटा, अधिवक्ता पुत्र की संदिग्धवस्था में हुई मौत
बलिया। सिविल के अधिवक्ता रणजीत कुमार सिंह के युवा पुत्र भानु प्रताप सिंह गत रात्रि निमंत्रण में तिखमपुर गए हुए थे लेकिन लगभग भोर करीब साढ़े चार बजे सदर अस्पताल में एंबुलेंस द्वारा उनकी लाश ही वापस आया। परिजनों के पहुंचने पर डॉक्टर द्वारा अधिवक्ता पुत्र को मृतक घोषित कर दिया था डॉक्टर के सूचना पर कोतवाली पुलिस ने दो लड़को को उठाकर पुछताछ कर रही है जो वास्तव में अधिवक्ता पुत्र की मृत्यु कैसे हुई? सदर अस्पताल में धीरे धीरे अधिवक्ताओं की संख्या बढ़ने लगी और पोस्टमार्टम की बात करने लगे। शाम लगभग 4बजे अधिवक्ता पुत्र का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम का रिपोर्ट शुक्रवार को मिलने के उपरांत ही मृत्यु के कारण का पता चल सकेगा। जो फिलहाल हर व्यक्ति जानने को आतुर है। युवा पुत्र के संदिग्धावस्था में हुई मौत से जगदीशपुर में सन्नाटा पसरा हुआ है और ढाढस वालो का तांता लगा हुआ है क्योंकि अधिवक्ता के साथ ही एक कुशल सामाजिक कार्यकर्ता भी है। अधिवक्ता पुत्र के शोक में सिविल क्रिमिनल एवं कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने शोक व्यक्त करने के उपरांत दिनभर न्यायिक कार्य नही किए। और अधिवक्ता के दुःख के घड़ी में उनके घर पहुंच ढाढस बढ़ाया।
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