मोटा अनाज बेचने के लिए अब नहीं भटकेंगे किसान
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, बलिया (ब्यूरो प्रभारी राजीव शंकर चतुर्वेदी की रिपोर्ट)
बलिया। किसानों को मोटा अनाजों की बिक्री के लिए अब यहां-वहां भटकना नहीं पड़ेगा। बांसडीह तहसील के महाराजगंज स्थित दिव्यम बायोएनर्जी फार्मर प्रड्यूसर कंपनी (एफपीओ) सांवा, कोदो, मडुआ, चेना आदि अनाजों की खरीदारी उचित मूल्य पर करेगी। साथ ही एफपीओ 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष 2023' से किसानों को मोटा अनाज के उन्नशील प्रजाति का बीज उपलब्ध करायेगा। इस नई व्यवस्था से जिले के किसानों का रूझान मोटा अनाज की खेती की ओर बढ़ेगा। साथ ही खरीदारों को भी आसानी से सांवा व कोदो का चावल भी उपलब्ध हो सकेगा। फार्मर प्रड्यूसर कंपनी महाराजगंज (एफपीओ) के प्रबंध निदेशक अरविंद कुमार सिंह के अनुसार कंपनी ने 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' के रबी सीजन में गेहूं के बीज से इसकी शुरूआत कर दी है। एफपीओ से 500 कुंतल गेहूं का बीज बिक्री किया गया है। इसमें बीज निगम को 125 कुंतल तथा शेष निजी कारोबारियों को बिक्री की गयी है। अब से पहले मक्का व बाजरा की तो सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीद होती थी। अन्य मोटा अनाजों की खरीद की कोई व्यवस्था नहीं होने से किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य भी नहीं मिलता है। ऐसे हालात में इनकी खेती नहीं करते हैं। अब दिव्यम बायोएनर्जी फार्मर प्रड्यूसर कंपनी मंडी समिति से
लाइसेंस लेकर स्थानीय स्तर पर बाजरा, रागी, कुटकी, संवा, ज्वार, कंगनी, चेना, टांगुन और कोदो की न सिर्फ खरीदारी करेगा। बल्कि किसानों के लिए उन्नतशील बीज भी उपलब्ध करायेगा। साथ ही समय-समय पर किसानों को मोटा अनाज की खेती के प्रति जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई।
बहुपयोगी है सांवा का चावल....
सेहत के लिए श्रीअन्न में शामिल सावा का चावल शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसको खाने से हड्डियां मजबूत होने के साथ शरीर की कमजोरी भी दूर होती हैं। आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. सुभाष यादव ने बताया कि सावा चावल में फाइबर, प्रोटीन, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन और विटामिन सी आदि कई पोषक तत्व पाये जाते हैं। इसके खाने से इम्यूनिटी मजबूत होने के साथ कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल रहता है। इसका चावल डायबिटीज के मरीजों के काफी फायदेमंद होता है। यह लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड है, जो शरीर के ब्लड शुगर को नहीं बढ़ने देता है।
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