सरकार की योजनाओं से लाभ से गरीब असहाय और वंचित लोगों के जीवन स्तर में हुआ सुधार: डीएम
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, बलिया (ब्यूरो प्रभारी राजीव शंकर चतुर्वेदी की रिपोर्ट)
बलिया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार बृहस्पतिवार को विकासखंड दुबहर के ग्राम पंचायत रुस्तमपुर में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल हुए और यहां पर जिलाधिकारी ने महिलाओं की गोदभराई एवं अन्नप्राशन भी कराया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाया गया स्टॉल का अवलोकन किया। इस कार्यक्रम में में जिलाधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन फेज 2 के तहत बने शौचालय, आयुष्मान कार्ड,प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण), प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, मनरेगा आदि जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया। ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले वर्ष देश की आजादी के 75 साल पूरा होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया था। केंद्र तथा राज्य सरकार इन तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के गरीब, असहाय और वंचित तबके के लोगों को लाभान्वित कर उनके जीवन स्तर में सुधार लाने और आजादी के 100 वर्ष पूरा होने पर 2047 में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिलाधिकारी ने सरकार की तमाम योजनाओं जैसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत गरीब लोगों को खाद्य वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत पक्के मकान, स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचायलयों के निर्माण, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत चूल्हा और गैस सिलेंडर, मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड, मनरेगा के तहत मजदूरी का लाभ, किसान सम्मान निधि के तहत एक साल में मिलने वाले 6 हजार तथा अन्य क्षेत्रों की योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के जीवन स्तर में काफी बदलाव आया है। विकसित भारत संकल्प यात्रा का लक्ष्य ही योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचा कर वंचित लाभार्थियों को योजनाओं से लाभान्वित करना है। जिलाधिकारी ने कहा कि दूसरे देशों में खाद्यान्न को लेकर तमाम प्रकार के संकट हैं वहीं भारत में गरीब लोगों के लिए मुफ्त खाद्यान्न वितरण हो रहा है। उन्होंने वहां आए ग्रामवासियों और जन प्रतिनिधियों से अपील किया कि अधिक से अधिक इस विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल होकर इसकी सार्थकता को बढ़ाएं और विभिन्न विभागों की योजनाओं का लाभ लें। कहा कि हमें अपने देश को बहुत आगे ले जाना है जिसका अनुसरण विश्व के दूसरे देश कर सकें। कार्यक्रम में परियोजना निदेशक उमेश मणि त्रिपाठी, खंड विकास अधिकारी गजेंद्र प्रताप सिंह, ग्राम प्रधान अलका वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और आसपास के ग्रामीण लोग उपस्थित थे।
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