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पांचवें दीक्षांत समारोह का हुआ आयोजन, 24802 विद्यार्थियों को मिली उपाधि

कुलपति ने बताया विवि का प्रगति विवरण 38 मेधावियों को मिला स्वर्ण, साक्षी को चांसलर मेडल



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, बलिया (ब्यूरो प्रभारी राजीव शंकर चतुर्वेदी की रिपोर्ट) 

बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पांचवें दीक्षांत समारोह का आयोजन कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में रविवार को विश्वविद्यालय परिसर के दीक्षांत मंडप में हुआ। इसमें कुल 24802 विद्यार्थियों ने उपाधि प्राप्त किया, जिसमें इसमें स्नातक स्तर के 21,372 व स्नातकोत्तर स्तर के 3,430 विद्यार्थी शामिल हैं। इसमें 13,347 छात्राएं व 11.454 छात्र हैं। राज्यपाल ने 38 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिया, जिसमें 12 छात्र व 26 छात्राएं थीं। राज्यपाल ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।

राज्यपाल श्रीमती पटेल ने विद्यार्थियों से कहा कि दीक्षान्त का अर्थ शिक्षा का अंत होना नहीं है, बल्कि एक ऐसा पड़ाव है जहाँ विद्यार्थी अपनी अर्जित शिक्षा को कर्म क्षेत्र में उतारने का संकल्प लेता है। किसी भी समाज और राष्ट्र की प्रगति में सबसे सशक्त माध्यम शिक्षा ही है। मुझे विश्वास है कि आपने इस विश्वविद्यालय से जो शिक्षा ग्रहण की है, वह आपके जीवन-पथ को आलोकित करेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा, राजनीतिक, प्रशासन, खेल और कला आदि कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं बचा है, जहाँ बेटियाँ अपनी प्रतिभा का लोहा न मनवा रही हों। यह प्रत्येक क्षेत्र में लड़कों की न सिर्फ बराबरी कर रही हैं, बल्कि कई क्षेत्रों में ये लड़कों से आगे नजर आ रही है। सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए तमाम योजनाएं चलाई। लड़कियों को भी मौका मिला तो परिणाम लाकर दिखा भी दिया। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने मौलिक कर्तव्यों को जानना चाहिए और उसका निर्वहन करना चाहिए। युवा पीढ़ी को भी मूल कर्तव्यों का ज्ञान कराया जाना अति आवश्यक है। युवाओं में नशे की लत को लेकर उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त बुराईयों का भी संकल्प युवाओं को लेना हेागा। इतनी उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद बुराईयों को खुद से दूर नहीं रख सकते तो ऐसी शिक्षा की आवश्यकता नहीं। आगे कहा कि विवि के रिसर्च का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों को मिले। गांव वालों की समस्याओं का समाधान करने की पहल हमेशा हो। स्वागत उद्बोधन देते हुए कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। विवि का प्रगति विवरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने बताया कि विवि द्वारा ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण एवं स्वावलंबन के लिए कुटीर उद्योग एवं कैश क्राप के लिए लगातार प्रशिक्षण देता है। शिक्षकों एवं प्राचार्यगण के शिक्षण कौशल के विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता है। कहा कि विवि में शीघ्र ही शोध के लिए प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण हो जायेगी। समारोह के समापन के समय धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव एनएल पाल ने किया। संचालन प्रो. निशा राघव ने किया। इस अवसर पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी, राज्यसभा सांसद नीरज शेखर, पूर्व कुलपति प्रो कल्पलता पाण्डेय, विधायक केतकी सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव, डीएम रवींद्र कुमार, आदि उपस्थित रहे।

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