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सिसवा दुर्गा पूजा महोत्सव का शनिवार को नेत्र दर्शन के साथ होगा शुभारंभ

अपने अतुलनीय प्रदर्शन के लिए पूरे प्रदेश में ख्याति प्राप्त है सिसवा का छह दिवसीय दुर्गा पूजा महोत्सव



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, महराजगंज (उप सम्पादक ठाकुर सोनी, ब्यूरो चीफ फणीन्द्र कुमार मिश्र, जिला संवाददाता अनिल जायसवाल, सिसवा संवाददाता शत्रुघ्न मिश्रा व कोठीभार संवाददाता संजय अग्रवाल की स्पेशल रिपोर्ट)


 

जनपद महराजगंज के नगर पालिका परिषद सिसवा बाजार में अपने अद्वितीय प्रदर्शन के लिए विख्यात सिसवा दुर्गा पूजा शुभारंभ शनिवार सप्तमी को नेत्र दर्शन के साथ प्रारंभ हो जाएगा। इस दिन पंडालों में प्रतिमा स्थापना के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच माता की नेत्र पट्टिका खोली जाएगी। छठवें दिन यानि 26 अक्टूबर गुरुवार को दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ महोत्सव का समापन होगा। सिसवा में इस बार महोत्सव छह दिनों तक चलेगा। शनिवार को सांय वैदिक मंत्रोच्चार के बीच माता के नेत्र पट खुलने व दर्शन के साथ महोत्सव प्रारंभ हो जाएगा। सिसवा नगर क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर लगभग चार दर्जन दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। सिसवा कस्बे की प्रमुख समितियों में श्री राम जानकी मंदिर समिति द्वारा श्री राम मंदिर अयोध्या धाम का विशाल पांडाल बनाया गया है। दुरभाष केन्द्र समिति ने  अक्षरधाम मंदिर पंडाल, अमरनाथ गुफा, शक्तिपीठ पीतांबरा माता व मेन मार्केट बनारसी कटरा समिति द्वारा माँ जगदम्बा की विशाल प्रतिमा, भगवान शिव ,बाबा अमरनाथ का दर्शन कराया जा रहा है। पंडालों को भव्यता देने व डेकोरेशन के लिए समितियों में होड़ लगी हुई है। श्री रामजानकी मंदिर समिति के महामंत्री जितेंद्र वर्मा ने बताया कि लगभग 4 माह से कुशल कारीगरों द्वारा अयोध्या धाम की तर्ज पर सिसवा में श्री राम मंदिर का विशाल पांडाल बनाया जा रहा है। मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज केसरी,उपाध्यक्ष उमाशंकर जायसवाल, संदीप सोनी ने बताया कि विशाल अयोध्या धाम पांडाल के साथ मंदिर प्रांगण में मेले का आयोजन भी हुआ है जिसमे दूर दराज से आये लोगों के लिए सरोवर में स्टीमर, पार्क में झूला इत्यादि की व्यवस्था की गई है। सिसवा में अयोध्या धाम ,अक्षरधाम मंदिर पांडाल,लोकायन समिति में शक्तिपीठ पीताम्बरा माता,मेन मार्केट बनारसी कटरा में भव्य सजावट व सांस्कृतिक कार्यक्रम (डाँडिया आयोजन) ,श्री हट्ठी माता समिति,श्री सायर माता समिति,भुअरी माता समिति, फलमंडी समिति द्वारा जागरण व विशाल भंडारा, विभिन्न सामाजिक जागरूकता अभियान की वजह से इस वर्ष के दुर्गा पूजा महोत्सव में काफी संख्या में भीड़ होने की उम्मीद है। महोत्सव में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो इस बावत  प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मूड पर है।

सिसवा दुर्गा पूजा मेले का संक्षिप्त इतिहास


पूर्वांचल में ख्यातिप्राप्त सिसवा का दुर्गा पूजा महोत्सव परंपरा व वंशावली की अनोखी मिसाल है। विगत 54 वर्षो से निरंतर गुलजार होता चला आ रहा है। वर्ष 1969 में नगर के मात्र चार लोगों की कमेटी द्वारा तीन दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना के साथ प्रारंभ हुए इस महोत्सव ने जिला, मण्डल, पूरे पूर्वांचल सहित अब प्रदेश में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

कस्बा सिसवा के श्रीरामजानकी मंदिर समिति के संरक्षक व वयोवृद्ध व्यापारी लालजी सिंह बताते हैं कि वर्ष 1968 में कस्बा निवासी पेशे से अध्यापक राधेश्याम गुप्ता व व्यापारी शिवपूजन जायसवाल ने सिसवा में दुर्गा प्रतिमा स्थापना की मनौती मानी थी। एक साल बीतने के बाद शारदीय नवरात्र के कुछ दिनों पूर्व राधेश्याम गुप्ता को माँ जगदम्बा ने सपने में मनौती की याद दिलाई। इसके बाद लालजी सिंह, राधेश्याम, शिवपूजन जायसवाल व जंगी सिंह ने एक कमेटी बनाकर सन 1968 में पहली बार नवरात्र में श्रीरामजानकी मंदिर, भूअरी माता के स्थान पर दुर्गा माता की प्रतिमा की स्थापना कराई गयी। वर्ष 1970 में श्री सायर देवी स्थान व श्री काली माता स्थान पर 2 प्रतिमाओं की स्थापना के साथ प्रत्येक वर्ष प्रतिमाओ की संख्या बढ़ने लगीं।

वर्ष 1999 से दुर्गा पूजा मेला लेने लगा महोत्सव का स्वरूप



सिसवा कस्बे में महोत्सव के शुरुआती दौर से ही माँ दुर्गा की आकर्षक प्रतिमाएं स्थापित की जाती रहीं हैं । उस समय प्रतिमा व पंडाल में बिजली की सजावट को लेकर दुर्गा पूजा समितियों में प्रतिस्पर्धा लगी रहती थी। लेकिन वर्ष 1999 में पहली बार श्रीरामजानकी मंदिर समिति द्वारा माता मैहर देवी की लगभग 300 फिट ऊँचाई पर मंदिर स्थापित किया गया । वर्ष 2000 में बनारसी कटरा मेन मार्केट समिति ने हूबहू माता वैष्णो देवी के दर्शन 400 फिट लंबी गुफा बनाकर कराया और डोली में सजाकर और माता सेवकों ने कंधे से डोली खींचकर विसर्जन की नयी परम्परा की शुरुआत की। दूरभाष केंद्र समिति, लोकायन समिति व रोडवेज बस स्टैण्ड समिति द्वारा भव्य पंडाल, गुफाओं में आकर्षक दुर्गा प्रतिमाओं के साथ देश के शक्तिपीठों व तीर्थ स्थलों के स्वरूप का दर्शन कराने लगीं जिससे सिसवा दुर्गा पूजा मेला महोत्सव के रूप में पूर्वांचल में विख्यात होने लगा।

दुर्गा पूजा महोत्सव में भरपूर मिलेगी बिजली

जनपद महराजगंज के बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। दशहरा पर्व तक भरपूर बिजली मिलेगी। इसके लिए प्रशासन ने विद्युत विभाग के जेई को निर्देशित किया है। इतना ही नहीं बिजली समस्या का त्वरित निस्तारण करने के लिए कंट्रोल रूम नंबर संचालित किया है। शेड्यूल के हिसाब से बिजली नहीं मिलने पर उपभोक्ता कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत पर त्वरित कार्रवाई होगी। जिले के उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करने के लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी हर माह शेड्यूल जारी करता है। उक्त मामले में अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल महराजगंज इंजी. वाईपी सिंह ने कहा कि शासन का आदेश मिला है। दशहरा तक शेड्यूल के हिसाब से फीडरों में बिजली आपूर्ति करने के लिए अवर अभियंताओं को निर्देश जारी कर दिया गया है। कंट्रोल रूम नंबर पर दर्ज शिकायतों का त्वरित निस्तारण होगा।

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