https://www.purvanchalrajya.com/

प्रिंटिंग प्रेस व किताब की दुकान पर एनआईए का छापा, 3 घंटे तक चली जांच

गोरखपुर मंडल में पीएफआई से जुड़े 75 संदिग्धों पर है एनआईए टीम की निगाहें



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, उत्तर प्रदेश (उप संपादक अरुण वर्मा की रिपोर्ट)

गोरखपुर/उत्तर प्रदेश। पीएफआई की गतिविधियों को लेकर बुधवार को गोरखपुर में भी एनआईए (राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी) ने छापा डाला। एक दिन पहले ही गोरखपुर पहुंची एनआईए की टीम ने बुधवार की सुबह कोतवाली इलाके में बुक स्टॉल-प्रिंटिंग प्रेस पर पहुंची। प्रिंटिंग प्रेस संचालक से घंटों पूछताछ के बाद अन्य दस्तावेजों की टीम ने जांच की और पूछताछ करने के बाद लौट गई। टीम ने हालांकि यहां से किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।

पीएफआई (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) से जुड़ा जिहादी साहित्य बेचने के संदेह में एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम ने बक्शीपुर स्थित प्रिंटिंग प्रेस/किताब की दुकान पर छापा डाला। तीन घंटे तक चली जांच, पूछताछ व तलाशी के बाद टीम लखनऊ लौट गई। केंद्र सरकार ने कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उससे जुड़े कई संगठनों पर यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत पांच वर्ष के लिए प्रतिबंध लगाया है। इससे जुड़ी अधिसूचना जारी होने के बाद एजेंसियों ने पूरे देश में संगठन से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसना शुरू किया है।

देशभर में दर्जनों स्थानों पर टीम ने की छापेमारी

इसी क्रम में देशभर में दर्जनों स्थानों पर एनआईए की टीम ने छापेमारी की है। लखनऊ के इंस्पेक्टर के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम मंगलवार की रात को गोरखपुर पहुंची। बुधवार की सुबह सात बजे बक्शीपुर स्थित किताब की दुकान व प्रिटिंग प्रेस में छापा डाला, सभी दस्तावेज की तलाशी ली। संचालक से करीब तीन घंटे पूछताछ की। दोपहर बाद टीम लौट गई, यहां किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। प्रिंटिंग प्रेस/किताब की दुकान एक ही व्यक्ति की है।

पीएफआई से जुड़े 75 लोगों पर एनआईए व खुफिया एजेंसी की नजर

पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) की गतिविधियों पर एनआईए के साथ ही खुफिया एजेंसी की नजर है। गोरखपुर रेंज में पीएफआई से जुड़े 75 लोग चिह्नित हुए हैं, जिसमें 29 लोग महराजगंज जिले में हैं। स्थानीय पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसी के लोग इनकी निगरानी कर रहे हैं। गोरखपुर में मुर्तजा अब्बासी व तारिक अतहर के पकड़े जाने के बाद जिहादी साहित्य में रुचि रखने की वजह से इनको चिह्नित किया गया था।

वहीं अगर जिलेवार संदिग्धों की संख्या के बारे में बात करे तो ... गोरखपुर में 7, देवरिया 11, कुशीनगर 28, महराजगंज 29 चिन्हित किये गए है।

सिमी के पूर्व सदस्य उबैदुर रहमान से नौ घंटे चली पूछताछ

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की पांच सदस्यीय टीम ने सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज में स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया (सिमी) के पूर्व सदस्य उबैदुरहमान से नौ घंटे पूछताछ की। टीम ने डुमरियागंज के बभनी माफी गांव के उबैदुर रहमान के पास मिली पुस्तकों को खंगाला और उसे अपने साथ लेकर चली गई। उबैदुर रहमान ने बताया कि वह सिमी पर प्रतिबंध लगने से पहले उसके सदस्य थे।

बुधवार सुबह करीब चार बजे तीन वाहनों के साथ उबैदुर रहमान के घर पहुंची राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम ने घर में घुसते ही परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए।  उबैदुर रहमान  से घंटों पूछताछ की और उसके छात्र जीवन के दौरान की कई पुस्तकों को जब्त कर लिया।

सुबह करीब दस बजे टीम उनको साथ लेकर उनकी डुमरियागंज स्थित किताब की दुकान पर पहुंची वहां की तलाशी ली। उबैदुर रहमान ने बताया कि वह सिमी पर प्रतिबंध लगने से पहले उसके सदस्य थे। उन्होंने दावा किया कि टीम को घर से कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। टीम का नेतृत्व आलोक श्रीवास्तव नाम के एक अधिकारी कर रहे थे।  

Post a Comment

0 Comments