https://www.purvanchalrajya.com/

पूर्वांचल के प्रसिद्ध शक्तिपीठ लेहड़ा देवी मन्दिर में नवरात्र के पहले दिन लाखों भक्तों ने टेका माथा टेका

  मान्यताओं के अनुसार लेहड़ा देवी के मंदिर में जो भी भक्त आते हैं उनकी मुरादे अवश्य पूरी होती है 



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो,महराजगंज

 फरेन्दा




उप सम्पादक ठाकुर सोनी,ब्यूरो चीफ फणीन्द्र कुमार मिश्र,जिला संवाददाता अनिल जायसवाल व फरेन्दा संवाददाता अशोक वर्मा की संयुक्त रिपोर्ट

शारदीय नवरात्र रविवार से शुरू हो गया, नवरात्रि के पहले दिन से लाखों भक्तों ने महराजगंज जनपद में पूर्वांचल की प्रसिद्ध शक्तिपीठ लेहड़ा देवी मंदिर में माथा टेक कर आशीर्वाद लिया । लेहड़ा देवी के मंदिर में जो भी भक्त आते हैं उनकी मुरादे अवश्य पूरी होती है । लेहड़ा देवी मां की लोगों को इतनी आस्था है कि लाखों भक्त कई जिलों से यहां तक की नेपाल राष्ट्र भी से आते हैं,और अपना मत्था टेकते हैं । इस बाबत मंदिर के पुजारी ने बताया कि लेहड़ा देवी माँ की उत्पत्ति के बारे में मान्यता यह है कि सभी पांडव अज्ञातवास के समय घूमते हुए आद्रवन के जंगलों में पहुंचे । पांडवों से श्री कृष्ण जी ने कहा था कि आद्रवन में देवी मां का दर्शन करने से आपको विजय मिलेगी । पांडवों ने यहां की शक्तिपीठ लेहड़ा देवी मंदिर में पूजा -पाठ किया और आशीर्वाद लिया । यहां की यह भी मान्यता है की जब देवी मां पवह नाला को पार करने के लिए नाव पर बैठी, तो नाविक की नीयत खराब दिखने लगी, ऐसे में देवी मां ने उस नाविक को सबक सिखाने हेतु स्वयं नाव सहित जल में समा गई,और फिर वही से लेहड़ा देवी मां के नाम से प्रसिद्ध हुई । भक्तों का कहना है कि हम लोग कई वर्षों से  माँ के दरबार में आ रहे हैं और जो भी अरदाश लगाते है वो सब मुरादे माँ लेहड़ा वाली पूरा करती है ।

Post a Comment

0 Comments