https://www.purvanchalrajya.com/

हल्दी में बैंक फर्जीवाड़े में चार बैंक कर्मियों पर केस दर्ज

क्रेडिट कार्ड बनाकर दे दिया गया था लोन सात साल बाद खुलासा होने से मची हलचल



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, बलिया (ब्यूरो प्रभारी राजीव शंकर चतुर्वेदी की रिपोर्ट)  

बलिया। बड़ौदा यूपी बैंक में सात साल पहले किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) ऋण में फर्जीवाड़े के आरोप में तीन तत्कालीन शाखा प्रबंधकों व एक सहायक प्रबंधक पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। केस दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।बड़ौदा यूपी बैंक की रुद्रपुर गायघाट शाखा के प्रबंधक संतोष कुमार सिंह ने तहरीर देकर कूटरचित दस्तावेजों के जरिए केसीसी ऋण में फर्जीवाड़े की शिकायत की। कूटरचित दस्तावेजों से उनके नाम पर केसीसी ऋण लिया गया। पुलिस ने रुद्रपुर गायघाट ब्रांच के तत्कालीन प्रबंधक वीके चौधरी व बीएन सिंह, हल्दी शाखा के तत्कालीन प्रबंधक काशी प्रसाद व सहायक शाखा प्रबंधक जागेश गुप्त के खिलाफ केस दर्ज किया गया। बड़ौदा यूपी बैंक में केसीसी ऋण में फर्जीवाड़े के आरोप में तीन तत्कालीन शाखा प्रबंधकों समेत चार पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। बड़ौदा यूपी बैंक के अधिकारियों की लापरवाही अथवा मिलीभगत से एक व्यक्ति के मौत के 13 साल बाद किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर ऋण दे दिया गया है। सात साल बाद अब इसका खुलासा होने पर हलचल मची हुई है।

शुक्ल छपरा निवासी राघवेंद्र शुक्ल ने बैंक के अधिकारियों को बताया है कि पिता शैलेंद्र कुमार शुक्ल का साल 2003 में ही मौत हो चुकी है। उनके निधन के करीब 13 वर्ष बाद साल 2016 में उनके नाम पर फर्जी दस्तावेज लगाकर लोन पास कराया गया है। विभागीय लोगों का कहना है कि उनका केसीसी खाता तो रुद्रपुर गायघाट ब्रांच में खोला गया, जबकि बचत खाता हल्दी शाखा में खोला गया है। ऐसे में भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव ने उस वक्त तैनात रहे दोनों ब्रांचों के अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार हैं।

Post a Comment

0 Comments