पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, वाराणसी (संवाददाता रविंद्र गुप्ता की रिपोर्ट)
वाराणसी। सोलह श्रृंगार कर विभिन्न रंग-बिरंगे परिधानों में महिलाओं ने शनिवार को जमकर धमाल मचाया। यह मौका था हरतालिका तीज उत्सव का। केंद्रीय ब्राह्मण महासभा की ओर से आर्य महिला पीजी कॉलेज में आयोजित इस उत्सव में महिलाओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर भागीदारी की। इसमें उन्होंने अपने प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन कर सभी को मंत्र मुग्ध करने के साथ जमकर तालियां बटोरी। कार्यक्रमों में कजरी नृत्य हाउसिंग गेम्स आदि विविध आयोजन किए गए।
तीज उत्सव के शुभारंभ की औपचारिकताओं के पश्चात कार्यक्रमों की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। इसके बाद श्रीमती दिव्या एवं ग्रुप ने 'सजना है मुझे सजना के लिए ..' गीत पर नृत्य की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया।
तदोपरांत श्रीमती जया एवं ग्रुप के द्वारा शिव विवाह को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया । नृत्य के बोल थे 'बम बोल रहा है काशी' ने वहां उपस्थित महिलाओं को झूमने पर मजबूर कर दिया ।तीज क्वीन का खिताब जीतने के लिए विवाहित अविवाहित महिलाओं ने द्वारा इस मौके पर रैंप वॉक भी किया गया जिसमें सभी ने सोलह श्रृंगार कर अपनी खूबसरत प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
एक बार फिर मंच पर समूह नृत्य की प्रस्तुति हुई इस बार मनाली एंड ग्रुप व रुचिका एंड ग्रुप द्वारा इसकी प्रस्तुति की गई। इसकी भी सभी ने तहेदिल से सराहना की। एकल नृत्य में उपासना पांडे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया तो दूसरी ओर समूह गान और कजरी की रसधार भी बही जिसे डॉक्टर रुचि मिश्रा और श्रीमती श्वेता शर्मा के ग्रुप द्वारा गया गया ।हाउजी गेम्स के आयोजन ने लोगों को मूड को तरोताजा किया। इसके बाद सबसे कठिन कार्य था विभिन्न आयोजन के श्रेष्ठ प्रतिभागियों का चयन करना। निर्णायक मंडल में उपस्थित प्रोफेसर बृजबाला सिंह, श्रीमती प्रज्ञा द्विवेदी श्रीमती रजनी शर्मा ने अनमैरिड में तीज क्वीन का ताज को यह मैरिड में पहनाया । प्रथम और द्वितीय रनरअप का खिताब को मिला। इस अवसर पर केंद्रीय ब्राह्मण महासभा की ओर से श्रीमती पूजा दीक्षित ने प्रोफेसर बृजबाला सिंह का विशेष रूप से सम्मान भी किया।
केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पूजा दीक्षित ने इस मौके पर कहा कि तीज का त्योहार आपसी भाईचारे और प्रेम को बढ़ाने का त्योहार है, लेकिन आज के समय में पारंपरिक और सांस्कृतिक त्योहार लगातार समाप्ति की ओर बढ़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण युवा पीढ़ी में इन त्योहारों को लेकर अज्ञानता है। उन्होंने कहा कि इन त्योहारों को विलुप्त होने से बचाने के लिए तथा भारतीय संस्कृति को जीवंत बनाए रखने के लिए विशेष रूप से महिलाओं योगदान की सराहना करने के लिए ब्राह्मण महासभा ने इस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम का संचालन पूजा पांडे ने किया अतिथियों का स्वागत श्रीमती पूजा दीक्षित, अध्यक्ष, केंद्रीय ब्राह्मण महासभा ,धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर प्रतिमा तिवारी ने किया। अवसर पर प्रोफेसर रचना दुबे , श्रीमती अंजना दीक्षित, माधवी तिवारी, माधुरी दुबे, भव्या शुक्ला, चित्रा मिश्रा, स्वाति मिश्रा सहित काफी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति रही ।।
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