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एनटीपीसी टांडा में धूमधाम से मनाया गया हिन्दी दिवस , हिन्दी पखवाड़ा 2023 का भव्य शुभारम्भ


पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, अंबेडकरनगर

अंबेडकरनगर। एनटीपीसी टांडा परियोजना में 14 सितंबर 2023 को परियोजना प्रमुख श्री बी सी पलेई द्वारा प्रशासनिक भवन स्थित सभागार में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में हिन्दी पखवाड़ा 2023 का शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री स्वामीनाथ द्विवेदी, प्रधानाचार्य, विवेकानंद इंटर कालेज रहे। इस अवसर पर महाप्रबंधक (चिकित्सा सेवाएं) डा0 उदयन तिवारी, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री नील कुमार शर्मा, महाप्रबंधक (परियोजना) श्री अतुल गुप्ता, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) श्री पी.एल. नरसिम्हा, महाप्रबंधक (प्रचालन) श्री अभय मिश्रा, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री रजनीश कुमार खेतान, समस्त विभागाध्यक्षगण, परियोजना के समस्त राजभाषा नोडल अधिकारी व यूनियन एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री स्वामीनाथ द्विवेदी ने हिंदी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 14 सितंबर 1949 को हमारे देश की संविधान सभा द्वारा हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया इसलिए आज की तारीख देशवासियो के लिए ऐतिहासिक है। उन्होने कहा कि संविधान निर्माताओं ने देश की एकता एवं अखण्डता के लिए हर दृष्टि से हिंदी भाषा को सर्वमान्य भाषा के रूप में उपयुक्त पाया। आजादी के उपरान्त संविधान सम्मत भाषा हिंदी को जन-जन तक पहुॅचाने के लिए सरकारी एवं गैर सरकारी स्तर पर निरंतर विविध प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में परियोजना प्रमुख श्री पलेई ने उपस्थित सभी सदस्यों से कार्यालयीन कार्यों में हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए आग्रह किया। हिंदी में कार्य करना बहुत आसान है तथा हिंदी में कार्य करके हमें गर्व की अनुभूति करनी चाहिए। उन्होंने हिन्दी पखवाड़ा 2023 की सफलता की कामना की। समारोह में उपस्थित राजभाषा नोडल अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों ने हिन्दी के प्रति अपने-अपने विचार व्यक्त किये। विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन) श्री रजनीश कुमार खेतान ने हिन्दी की नीतियों के बारे में उपस्थित सभी अधिकारियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि टांडा परियोजना में हिंदी पखवाड़ा 14-29 सितम्बर तक मनाया जा रहा है। इस दौरान कर्मचारियों, परिवारजनों एवं सहयोगियों के लिए हिंदी सुलेख, हिंदी समान्य ज्ञान, निबंध लेखन, टिप्पण एवं प्रारुप लेखन और स्वरचित कविता/कहानी लेखन आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित जनों से प्रस्तावित प्रतियोगिताओं में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होकर हिंदी पखवाड़ा को सफल बनाने की अपील की।

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