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2023 का खास होगा ददरी मेला का भारतेंदु मंच



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो (ब्यूरो प्रभारी राजीव शंकर चतुर्वेदी की रिपोर्ट) 

बलिया। पूर्वाचल ही नहीं, प्रदेश व देश के बड़े मेलों में शुमार ऐतिहासिक ददरी मेला इस बार कई मायनों में बेहद खास होने वाला है। मेला को नए तेवर व कलेवर में सजाने की तैयारी नगरपालिका ने अभी से तेज कर दी है। नगरपालिका के चेयरमैन संत कुमार गुप्त 'मिठाई लाल' ने रविवार को बताया कि ऐतिहासिक मेला का भारतेंदु कला मंच इस बार बेहद आकर्षक होगा। इस बार इस मंच पर विदेशों में भी अपनी कला का परचम लहरा चुकीं अलग-अलग क्षेत्रों की हस्तियां शिरकत करेंगी। अब तक बांस-बल्ली के सहारे लगने वाले टेंट- तम्बू के पंडाल की जगह करीब चार हजार स्क्वायर फीट जमीन पर जर्मन हैंगर के नीचे मंच का निर्माण होगा। लखनऊ, गंगा व ताज महोत्सव जैसे आयोजन करने वाली एजेंसी मंच की पूरी जिम्मेदारी सम्भालेगी। खास बात यह कि इस पूरे आयोजन में नपा को बहुत पैसा भी नहीं खर्च करना होगा भारतेंदु कला मंच की जिम्मेदारी सम्भालने वाली इवेंट मैनेजमेंट कम्पनी गोल्डेन फ्रेंडस के वामिक व अंजनी उपाध्याय के अनुसार एक से 16 दिसम्बर तक भारतेंदु कला मंच पर कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसकी शुरुआत प्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा व मैथिली ठाकुर जैसे दिग्गज कलाकार करेंगे। यदि कार्यक्रम में कोई फेरबदल नहीं हुआ तो सपना चौधरी व खेसारी लाल यादव जैसे कलाकारों का सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। कवि सम्मेलन में देश के नामी- गिरामी कवि व साहित्यकार मंच की शोभा बढ़ायेंगे। कम्पनी के लोगों के अनुसार इस पूरे आयोजन पर नपा का पैसा खर्च नहीं होगा बल्कि प्रायोजकों के जरिये इसको कराया जायेगा। बताया कि साल 2018 में कम्पनी प्रयागराज के कुम्भ मेला में इवेंट करा चुकी है।

27 नवम्बर से शुरू होगा मीना बाजार

ऐतिहासिक ददरी मेला दो चरणों पशु मेला (नंदी ग्राम) व मीना बाजार के रूप में लगता है। पशु मेला की शुरुआत दीवाली से होती है, जबकि मुख्य मेला यानि मीना बाजार का शुभारम्भ कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ होता है। इस बार 27 नवम्बर का पवित्र स्नान है। पिछले कुछ साल से बाहरी व्यापारियों व दुकानदारों के मेला में आने की तादात कम हुई है। हालांकि इस बार मेला को बेहतरी कवायद करने की तैयारी है।

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