https://www.purvanchalrajya.com/

100 डिसमिल जमीन 150 डिसमिल की हुई रजिस्ट्री और 80 डिसमिल का हुआ एग्रीमेंट

पूर्वांचल राज्य ब्यूरो,गोरखपुर शिवधन प्रजापति 

गोरखपुर । वैसे तो जमीन से जुड़े मामलों का विवाद आता रहता है लेकिन एक महिला ने पहले क्रेता और तहसील प्रशासन को छकाया अब पुलिस को भी छका रही है।गगहा थाना क्षेत्र के चड़ेरिया निवासी आशा देवी पत्नी राम रक्षा यादव के पिता को कोई पुत्र नहीं था यह तीन बहनें हैं लेकिन पिता ने अपनी जमीन अपनी पुत्री आशा के नाम कर दिया।आशा ने 100 डिसमिल जमीन में 80 डिसमिल जमीन 10 लाख रु में शिवप्रकाश चन्द को एग्रीमेंट कर दिया जिसमें 7 लाख 50 हजार आशा देवी को पेमेंट कर दिया तथा ढाई लाख तीन वर्ष के अन्दर देना था इसी बीच आशा देवी ने उसी एग्रीमेंट वाली जमीन में से 25 डिसमिल किरन पाण्डेय के नाम रजिस्ट्री कर दिया फिर शकुंतला देवी के नाम से 50 डिसमिल जमीन रजिस्ट्री कर पुनः किरन पाण्डेय ने 25 डिसमिल और बैनामा करा लिया इस प्रकार उनकी 100 डिसमिल जमीन एग्रीमेंट के बाद भी विक्रय हो गयी जबकि रजिस्टर्ड एग्रीमेंट हुआ था। उसके बाद आशा देवी ने खारिज दाखिल न होने का फायदा उठाते हुए पुनः शकुन्तला देवी को 25 डिसमिल और बाल किशुन यादव को 25 डिसमिल बैनामा कर दिया जब जमीन पर कब्जा करने की बात आयी तो जमीन खरीदने वालों के होश उड़ गए कि यह तो 100 डिसमिल ही जमीन है और 150 डिसमिल का बैनामा हो गया।इधर एग्रीमेंट कराने वाले भी रजिस्ट्री का दबाव बनाने लगे तो आशा देवी डेट डालकर टरकाने लगीं जब पता चला की एग्रीमेंट की हुई पूरी जमीन विक्रय हो गयी है तो वह अपने पैसे की वापसी के लिए दबाव बनाने लगे इधर शकुन्तला और बाल किशुन भी हिस्से से अधिक बैनामा करने का आरोप लगाते हुए पैसा वापस करने की मांग करने लगे लेकिन आशा देवी को इसका कोई असर नहीं पड़ा उनके इस कार्य में आशा देवी के बेटे सुनील यादव ने सहयोग किया शिवप्रकाश चन्द की तहरीर पर गगहा पुलिस ने धारा 419,420,467,468,471,406,506 के तहत मुकदमा दर्ज कर मां बेटे की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दविश दे रही है लेकिन दोनों पुलिस को छका रहे हैं सुत्रो की मानें तो पुलिस लोकेशन के हिसाब से जैसे ही वहां पहुंचती है उसके पहले वह सब वहां से फरार हो जाते हैं। लगातार प्रयास के बाद भी दोनों आरोपी पुलिस की पकड़ से कोसों दूर हैं।अब पीड़ित दोनों आरोपी की गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर का दरवाजा खटखटाएंगे।

Post a Comment

0 Comments