पूर्वांचल राज्य समाचार,कुशीनगर
उपसंपादक ठाकुर सोनी व पूर्वी उ०प्र० ब्यूरो प्रभारी फणींद्र मिश्र
पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से गंडक नदी ने फिर अपना कड़ा तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। बीते दिन नदी का डिस्चार्ज बढ़कर 1 लाख 90 हजार क्यूसेक पर जा पहुंचा जिससे नदी फिर एक बार उफान पर आ गई। भैंसहा गेज पर नदी चेतावनी बिंदु से 50 सेमी ऊपर बहने लगी। यह देख रेताक्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के लोगों की बेचैनी बढ़ गई है। गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराता देख जहां लोग जरुरी कार्यों को निपटाने में जुट गए हैं तो वहीं, गांवों से पानी उतरने के बाद कीचड़ के कारण लोगों की दुश्वारियां भी बढ़ गईं हैं। कीचड़ और दुर्गंध के बीच लोग रहने को मजबूर हैं। प्रशासन की ओर से कोई ठोस इंतजाम नहीं किया जा सका है।कुछ दिनों पूर्व वाल्मीकिनगर गंडक बैराज से साढ़े चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी बड़ी गंडक नदी में डिस्चार्ज कर दिया गया था जिससे गंडक उफना गई और आधा दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया था। लोगों को प्रशासनिक अफसरों ने ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी थी। इसके बाद लोग अपने आशियाने को छोड़ बांध व अन्य ऊंचे स्थानों पर सुरक्षित ठिकानों की ओर निकल गए। दो दिन पहले जलस्तर में कमी होने के बाद निचले इलाकों से पानी निकल गया। इसके बाद लोग अपने घरों की तरफ लौटने लगे। बाढ़ के साथ आई सिल्ट और कीचड़ से रेता क्षेत्र के गांव भरे पड़े हैं। दुर्गंध के कारण लोगों का जीना दूभर हो गया है। इन दुश्वारियों को झेलते हुए किसी तरह लोगों की दिनचर्या पर पटरी पर लौट रही है। ऐसे में सप्ताहभर बाद फिर जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में दो दिनों से फिर भारी बारिश हो रही है। इससे वाल्मीकिनगर गंडक बैराज पर पानी का दबाव बढ़ने लगा है। बीते दिन 1 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया जिससे दूसरी बार गंडक उफान पर है। भैंसहा गेज पर नदी चेतावनी बिंदु से 50 सेमी ऊपर बह रही है। छितौनी बांध के संवेदनशील प्वाइंट पर नदी का दबाव ब़ढ गया है। स्पर-सी को नदी ने निशाने पर ले लिया है। इससे तटबंध के आसपास बसे गांवों के लोगों की नींद उड़ गई है। एक सप्ताह में दूसरी बार नदी के उफनाने से रेता क्षेत्र के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नदी अब महदेवा गांव की आबादी के करीब से बह रही है। इसके चलते इस गांव के लोग रातभर जागकर गुजार रहे हैं। हालांकि, बाढ़ खंड विभाग की ओर से तटबंध पर नजर रखी जा रही है।
0 Comments