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टूलकिट पाकर खिले आदिवासी महिलाओं के चेहरे

करेगें स्वरोजगार, बनेगें आत्मनिर्भर



पूर्वाचल राज्य ब्यूरो, वाराणसी

वाराणसी। जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान वाराणसी द्वारा संचालित ट्राइबल सब प्लान योजना जनजाति समाज के विकास हेतु विविध कौशल प्रशिक्षण-कम्प्यूटर, हैण्डीक्राफ्ट एवं हैण्ड एम्ब्रायडरी, सिलाई एवं ब्यूटिशियन ट्रेडों के समापन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण समापन समारोह के मुख्य अतिथि माननीय श्री संजीव कुमार गोंड (राज्य मंत्री, समाज कल्याण विभाग एवं जनजाति विकास विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार)  द्वारा ‘‘जनजाति लाभार्थियों के साथ जन संवाद’’ विषयक कार्यक्रम में सर्वप्रथम गोंड विरांगना महारानी दुर्गावती जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। समापन समारोह में लाभार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होनें कहा कि आदिवासी समाज को तकनीति शिक्षा की बड़ी आवश्यकता है। आदिवासी समाज आज अपने संस्कृति की अस्तित्व की लड़ाई लड़ते हुए समय की विकास की मुख्य धारा में पहचान हेतु संर्घष कर रहा है। जनजाति विकास विभाग, उत्तर प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य 19 जनपदों में प्रशिक्षण कार्यक्रम से समाज के नवयुवक/नवयुतियों तथा हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थियों द्वारा वुडेन एवं स्टोन कार्विग, जरी-जरदोजी, कढ़ाई, सिलाई  का लाइव डेमों तथा प्रशिक्षण में निर्मित सामानों के स्टालां का भी माननीय मंत्री द्वारा अवलोकन कर जनजातीय शोध एवं विकास संस्थान के कार्यां की सराहना करते हुए सिलाई प्रशिक्षण ट्रेड के 50 लाभार्थियों टूलकिट एवं प्रमाण-पत्र भी वितरण किया गया। संस्थान के संरक्षक श्री हरिश अग्रवाल द्वारा मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथिगण को स्मृति चिन्ह एवं अंगवत्रम् प्रदान कर उन्हेंं संस्थान की ओर से सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर श्री जी आर प्रजापति, जिला समाज कल्याण अधिकारी, वाराणसी ने लाभाथिर्यां को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद वाराणसी के निवासरत गोंड, खरवार एवं चेरो आदिवासी समाज के उत्थान एवं विकास हेतु ट्रेनिंग प्रोग्राम के साथ निःशुल्क यूनिफार्म एवं साइकिल वितरण योजना भी संचालित है आदिवासी समाज इसका लाभ उठाए। श्री आनन्द द्विवेदी, निदेशक, जन शिक्षण संस्थान, वाराणसी (कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार) द्वारा संस्थान द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताते हुए आदिवासी समाज से अनुरोध किया कि वे संस्थान से जुड़कर अन्य योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनें। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष डॉ. बनवारी लाल गोंड द्वारा सभी लाभार्थियां को स्वागत भाषण देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से जनपद के जनजातियों को हुनरमंद बनाया जा रहा है। इस पुनित कार्य में जनजाति विकास विभाग, लखनऊ, उ0प्र0 का महत्वपूर्ण योगदान है। हम आशा करते है कि आने वाले समय में इस तरह के और प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित होगें। कार्यक्रम संयोजक एवं संस्थान सचिव श्री बृजभान मरावी द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम के विषय में विस्तार पूर्वक चर्चा कर लाभार्थियांं से माननीय मंत्री महोदय द्वारा संवाद भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री पंकज शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर सैकड़ों लाभार्थियों के आलावा सुश्री प्रिया मिश्रा, जहीर अहमद, विनोद कुमार, बलिराम, अनिल कुमार, आशीष कुमार, अंकित कुमार, सुनील कुमार, विषाखा गोंड, प्रियंका आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान किया।

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