https://www.purvanchalrajya.com/

निर्माणाधीन मैरेज हाल का छत गिरने से 3 मजदूरों की दर्दनाक मौत के बाद रेस्क्यू आपरेशन जारी

डीएम, एसपी, एडीएम, सीओ सहित कई थानों की फोर्स तैनात



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, महराजगंज

फरेंदा/कोल्हुई। महराजगंज जनपद के कोल्हुई थाना क्षेत्र में बुधवार को बहुत बडा हादसा उस समय हो गया जब एक निर्माणाधीन मैरिज हाल का छत ढलाई करते समय भरभरा कर गिर गया जिसमे 8 मजदूर मलबे में दब गये । छत गिरते ही वहां बगल में क्रिकेट खेल रहे कुछ लड़को ने ग्रामीणो साथ मिलकर 4 दबे मजदूरो को निकाला । एंबुलेंस आई, कुछ लोगो को एम्बुलेन्स से भेजा गया। थानाध्यक्ष कोल्हुई दिनेश कुमार ने स्वयं अपने वाहन से घायलो को सीएचसी लक्ष्मीपुर भेजवाया। देर रात तक रेस्क्यू चलता रहा, 5 घंटे के बाद एक और शव मिला । इस हादसे में कुल 3 मजदूरो की मौत हो गयी । 

बताते चले कि महराजगंज जनपद के कोल्हुई थाना क्षेत्र अंतर्गत नेशनल हाईवे पर रुद्रपुर शिवनाथ गांव के पास एक निर्माणाधीन मैरिज हाल का छत ढलाई हो रही थी । छत की ढलाई अंतिम चरण में थी कि तभी अचानक छत भरभरा कर गिर गया जिसमें करीब 8 लोग मलबे में दब गए । गांव एवं क्षेत्र में कोहराम मच गया, चीख पुकार होने लगा । आनन फानन में बगल में क्रिकेट खेल रहे बच्चों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर मलबे से 7 लोगों को निकाला, उसके बाद तत्काल सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष कोल्हुई दिनेश कुमार मय फोर्स सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर मलबे को हटाना जारी रखा । हादसे की सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा एडिशनल एसपी आतिश सिंह एडीएम पंकज वर्मा नौतनवा एसडीएम फरेन्दा एसडीएम व तहसील प्रशासन सहित  कई थानों की फोर्स एसडीआरएफ टीम एवं डाग स्क्वायड सहित मौके पर पहुंच गये । मलबे से निकाले गये 4 घायलो को सीएससी लक्ष्मीपुर इलाज के लिए तत्काल भेजवाया गया जिसमे दो मजदूरो की मौत हो चुकी थी । न्यूज चैनल पर ब्रेकिंग न्यूज चलते ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ स्वंय हादसे को संज्ञान में लिए तथा जिले के आला अधिकारियों को निर्देश दिये । आनन फानन में घटना स्थल पर जिलाधिकारी अनुनय झा एडीएम पंकज वर्मा नौतनवा व फरेन्दा एसडीएम पहुंचे । पूरे रेस्क्यू आपरेशन का जायजा लेते हुये 5 घंटे तक घटनास्थल पर डटे रहे। रेस्क्यू आपरेशन 5 घंटा चला, फिर एक और युवक का शव मलबे से निकाला गया । इस तरह मलबे में दबने से मृतको की संख्या 3 हो गई । पूरे क्षेत्र में इस हादसे से कोहराम मच गया है । सूत्रो की माने तो मकान निर्माण में काफी अनियमितता की गई है, बिना विम व पीलर के ही पक्के ही छत की ढलाई की जा रही थी । लोगो का कहना है कि छत की ढलाई में मात्र 15 मिनट का और काम रह गया था, तब तक पूरा छत भरभरा कर गिर गया ।



इस सम्बध में डीएम अनुनय झा ने बताया कि निर्माणाधीन छत की ढलाई के समय छत गिरने से 3 लोगो की मृत्यु हो गयी है । 5 घायलो का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। स्थानीय विधायक नौतनवा ऋषि त्रिपाठी भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंच गये, और हादसे की जानकारी ली । थानाध्यक्ष दिनेश कुमार अपनी टीम के साथ रेस्क्यू आपरेशन में जी जान से अंतिम चरण तक जमे रहे, यहां तक की अपने सरकारी गाड़ी से घायलों को तत्काल सीएचसी लक्ष्मीपुर पहुंचाया । बगल मे नेशनल हाहवे पर फोरलेन बना रहे पीएनसी के कर्मचारी दर्जन भर जेसीबी लेकर घटनास्थल पर पहुंच कर दीवार व गिरे मलबे को तेजी से हटाया। इस सम्बंध में जिलाधिकारी अनुनय झा ने बताया कि घटना स्थल पर स्वयं जायजा लेते रहे थे, इस हादसे की जांच करा कर आवश्यक कार्यवाई की जा रही है, मुख्यमन्त्री  के निर्देश पर मृतको के परिजनो को किसान बीमा दुर्घटना योजना के तहत 5 लाख आर्थिक सहायता एवं घायलो को बेहतर इलाज के लिए आदेश दे दिया गया है । मकान मालिक एवं ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, दो लोगो को हिरासत में ले लिया गया हैं । वही फरेंदा विधान सभा के पूर्व विधायक बजरंग बहादुर सिंह दो मृतको के घर पिपरा परसौनी जाकर परिजनों से मिले, और उन्हें ढाढस बधाया । पूर्व विधायक बोले कि हमारी सरकार इस दु:ख की घड़ी में परिजनो के साथ है । एसडीएम फरेंदा  से बात कर किसान बीमा योजना के तहत 5 लाख की आर्थिक सहायता जल्द दी जाएगी  एवं घायलों को बेहतर इलाज किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माणाधीन मैरिज हॉल कई हजार वर्ग फीट में हो रहा था । विम और पिलर पूरी तरह से पका नहीं था, विम और पिलर पर छत का काफी लोड होने के कारण एकाएक भरभरा कर ढह गया । इसमें ठेकेदार की भारी लापरवाही मानी जा रही है, अगर पिलर और विम को पकने के बाद छत लगाया गया होता, तो शायद यह घटना नहीं घटती और तीन मजदूरों की जान ना जाती ।

Post a Comment

0 Comments