कानपुर में कई हत्याओं का भी कारण बन चूका है जमीन से जुदा हुआ विवाद
न्यायालय की शरण में धोखाधड़ी के शिकार दर्जनों लोग, अनपढ़ किसानों को भी बहलाकर औने- पौने दामों में खरीदी गई करोड़ों की जमीन
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, कानपुर (सुनील बाजपेई की रिपोर्ट)
कानपुर। महानगर में जमीन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय है, जिसके द्वारा दर्जनों किसानों को भी शिकार बनाए जाने की चर्चा है। ऐसे सफेद पोश लोग पहले लाखों रुपए अग्रिम लेकर उस धन का सदुपयोग अपने हित में करते हैं और जब इरादा पूरा हो जाता है तो अधिक कीमत में मिलने के लालच में वह जमीन किसी अन्य को बेंच देते हैं |
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें पैसे और ऊँची पहुंच वाले कई मेडिकल व्यवसाई भी शामिल बताए जाते हैं। भू - माफिया के रूप में भी चर्चित सफेदपोस सुरा और सुंदरी के भी प्रेमी बताए जाने वाले इन मेडिकल व्यवसायियों में से एक के अय्याश बेटे को कुछ माह पहले युवती के साथ रंगरेलियां मनाते हुए पकड़े जाने के बाद एक प्रभावशाली सिख व्यवसाई के माध्यम से लाखों रुपए देकर पुलिस के चंगुल से छुड़ाया गया था।
भरोसेमंद सूत्रों की माने तो यह मेडिकल व्यवसाई एक्सपायरी दवाओं के माध्यम से भी कमाई के फलस्वरूप भी लाखों करोड़ों नामी, बेनामी , चल और अचल संपत्ति का मलिक भी बन चुका है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यही नहीं मेडिकल व्यवसाय से भी जुड़े इन शातिर दिमाग भूमाफियाओं में ऐसे भी लोग हैं जो अनुसूचित जाति के भी कई किसानों की जमीन नियम कानून के विपरीत उन्हें बहला फुसलाकर और लालच देकर अपने नाम करने में सफल हो चुके हैं।
कुल मिलाकर इस महानगर में ऐसे लोगों का शिकार अब तक दर्जनों लोग हो चुके हैं, जिनमें कई मामलों की शिकायत न केवल पुलिस से की गई है बल्कि अनेक मामले न्यायालय की शरण में भी पहुंचे हैं। यही नहीं जमीनों से जुड़े विवाद इस महानगर में अबतक अनेक हत्याओं का कारण भी बन चुके हैं।
इसी क्रम में स्वरूप नगर थाना क्षेत्र का भी एक मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
भरोसे मंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यहां मेडिकल व्यवसाय से जुड़े एक चर्चित व्यक्ति ने गंगा बैराज के पार भटपूरवा में स्थित अपनी दो बीघा जमीन 79 लाख 50 हजार प्रति बीघा के हिसाब से फिडीलिया कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड स्वरूप नगर को बेचने का अनुबंध किया, जिसके बयाने के तौर पर इस चर्चित मेडिकल व्यवसायी ने अपने बेटे की स्वरूप नगर स्थित देवताओं के नाम वाली अपनी डेवलपर कंपनी के नाम ₹5 लाख का चेक लेकर उसका भुगतान भी प्राप्त कर लिया।
पीड़ित पक्ष के मुताबिक पैसे का उपयोग उसने अपने हित में लगभग 2 माह तक किया। इस बीच जमीन खरीदने वाले तिलक नगर निवासी व्यक्ति ने जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम कराए जाने की गुजारिश कई बार की लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और जब ज्यादा दबाव डाला तो उन्होंने अधिक पैसे के लालच में वह जमीन किसी अन्य को बेचने का सौदा कर लिया। जिस पर न्याय के लिए पीड़ित पक्ष द्वारा न्यायालय की शरण भी लिए जाने की चर्चा है|
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