उप निदेशक कृषि ने पराली बुझाई
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो महराजगंज।
जागरूकता फैलाने और कार्रवाई के बाद भी खेतों में पराली जलाने का सिलसिला थम नहीं रहा है।पराली जलाने से उठ रहे धुएं से प्रदूषण फैल रहा है। लोग खुले में सांस भी नहीं ले पा रहे हैं।मंगलवार को केएमसी डिजिटल अस्पताल के सामने पराली जलाई जा रही थी। यह देख उप निदेशक कृषि ने पराली बुझाई और मौके पर मौजूद दो किसानों को चेतावनी देकर छोड़ दिया। जनपद में अब तक 105 किसानों पर 262500 रुपये जुर्माना लगाया जा चुका है। 41 किसानों से 102500 रुपये जुर्माना वसूला भी गया है। तीन कंबाइन हार्वेस्टर भी प्रशासन द्वारा सीज किया जा चुका है। शहर की एक्यूआई 157 है।जानकारी के अनुसार, धान की कटाई अंतिम चरण में है। ज्यादातर किसान धान की फसल काटने के बाद गेहूं की बुआई में जुट गए हैं। मंगलवार को उप निदेशक कृषि रामशिष्ट टीम के साथ क्षेत्र में भ्रमण कर किसानों को जागरूक कर रहे थे। केएमसी डिजिटल अस्पताल के सामने खेत में पराली जल रही थी। वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पराली बुझाई। पनियरा ब्लॉक क्षेत्र के डिंगुरी गांव दो किसान पराली जलाते मिले। उन्होंने उनसे खेतों में पराली न जलाने की अपील की।उप निदेशक कृषि रामशिष्ट ने बताया कि खेत में किसी भी फसल का अवशेष जलाना उचित नहीं है। पराली जलाने से प्रदूषण तो बढ़ता ही है। जमीन की उर्वरा शक्ति भी कम हो जाती है। अवशेष जलाने से जमीन में कई मित्र कीट मर जाते हैं। इससे जमीन की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। इसलिए सभी किसान खेतों में पराली न जलाएं। मिट्टी पलट हल से गहरी जुताई कराएं। किसानों को पराली न जलाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। गांव–गांव में कृषि विभाग सहित अन्य विभागों के कर्मचारी लोगों को पराली गोशालाओं के लिए उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध कर रहे हैं। संबंधित ग्राम प्रधानों को भी पराली गोशाला तक पहुंचाने का प्रबंध करने का निर्देश दिया गया है।
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