सड़क की उपेक्षा उच्च पदों पर आसीन अधिकारीयों की ओर कर रही कुछ इशारा
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो,महराजगंज/भिटौली।
जनपद महाराजगंज में सड़कों का जाल बिछा कर विकास का दावा करने वाले वादे अब तो झूठे साबित हो रहे है । गांव-गांव में आवागमन के लिए सड़कें बनाई जा रहीं हैं,पर देखरेख के अभाव एवं गुणवत्ता में कमी के चलते ये सड़कें समय से पहले ही जर्जर हो रहीं हैं और जनता के लिए परेशानी का सबब बनकर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रित कर रही हैं लेकिन मजबूरी में जनता उन बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर है। खास बात तो यह है कि इन सड़कों पर विकास का दावा करने वाले जनप्रतिनिधि भी यात्रा करते हैं, पर वे भी अपने वादे भूल जाते हैं। बताते चलें कि महदेवा से सिसवा मुंशी को जोडऩे वाली सड़क काफी इंतजार के बाद बनी थी।इस बाबत ग्रामीणों ने बताया कि बीच में करीब 3 किलोमीटर की सड़क का काम काफी सालों से अटका हुआ था। 12 वर्ष पहले काफी मांग के बाद सड़क का निर्माण पूरा हुआ था, पर बनने के कुछ ही महीनों बाद सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी। बेलवा बुजुर्ग से महदेवा तक 3 किलोमीटर की सड़क काफी खस्ताहाल में है तथा इस दूरी तक जाने में घंटो लग जाते है। वर्तमान में इस सड़क की हालत यह है कि कई स्थानों पर सड़क है या नहीं, इसका पता ही नहीं चलता। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं। इस मार्ग पर हजारों यात्री, स्कूल की बसें, दो पहिया व चार पहिया वाहन चलते हैं लेकिन यात्री यात्रा के पहले भगवान को याद करते हैं।इस बाबत अगर कोई घटना घटती है तो कौन जिम्मेदार होगा? आए दिन सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोग अपनी बात जिम्मेदार को बताने की कोशिश कर रहे है लेकिन उनके कान में जू तक नही रेंग रहा है। शासन को जल्द से जल्द इसकी मरम्मत करवानी चाहिए। इस बाबत भारत पैथलोजी के डॉ.शारूख खान कहते है आए दिन लोग गिर कर चोटिल हो रहे हैं अगर जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं देंगे तो ग्रामीणों के साथ हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। आस पास के नाजिम अली, अशफाक खान, सबरे आलम, जियाउल हक, मो आलम, रविंद्र यादव, वसीम , मो अकरम व डाक्टर उस्मान सहित तमाम लोगो ने जल्द से जल्द इस सड़क बनाने को मांग की है।
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