पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, अम्बेडकरनगर
अम्बेडकरनगर। दिल का दौरा पड़ने के दौरान मरीज को छाती में तेज दर्द की शिकायत होती है। मगर यदि मरीज को डायबिटीज यानी शुगर भी हो तो उसे हार्ट अटैक दर्द रहित आता है। यह जानकारी वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. आशुतोष शुक्ला ने दी।
डॉ. आशुतोष शुक्ला ने कहा कि हृदय रोग दुनिया में मौत का नंबर एक कारण बन रहा है। अकबरपुर जैसे छोटे शहरों में दिल के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शहरी लोगों के अलावा देहात के मेहनतकश लोग भी दिल के मरीज निकल रहे हैं। उन्होंने बताया कि ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों में हर चौथा मरीज दिल का बीमार है। यदि यही स्थिति रही तो 2024 तक हर तीन में से एक मरीज यानी 33 फीसदी लोग दिल के मरीज होंगे, जो सही संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि किसी मरीज को मेजर अटैक आए तो मरीज को तुरंत डिसप्रिन की आधी गोली मुंह में लेकर चबा लेनी चाहिए और तीन घंटे के भीतर किसी अच्छे चिकित्सक से इलाज कराना चाहिए। उन्होंने दिल का खास ख्याल रखने की सलाह लोगों को दी। साथ ही कुछ टिप्स भी दिए।
दिल का दौरा पड़ने के मुख्य कारण
-धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन करना।
-उच्च रक्तचाप, मोटापा और डायबिटीज यानी शुगर की बीमारी।
-खून में वसायुक्त पदार्थ की मात्रा का बढ़ना।
-गुस्सा और अधिक चिंता करने वाले लोग।
- अनुवांशिक यानी पीढ़ी दर पीढ़ी बीमारी का होना।
दिल का दौरा पड़ने के लक्षण
-छाती के बीचों बीच दर्द और दर्द का बाईं ओर से दाईं ओर जाना।
-छाती के दर्द का गले में जाना और सांस का फूलना।
-छाती के दर्द के साथ पसीने आना और उल्टी होना l
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