राजीव शंकर चतुर्वेदी
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो
बलिया। बांसडीह तहसील क्षेत्र में ई-फार्मर रजिस्ट्री पोर्टल की तकनीकी खामियों ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। क्षेत्र के कुल 77,432 किसानों में से अब तक मात्र 12,973 किसानों का ही पंजीकरण हो पाया है, जबकि 64,459 किसान अभी भी पंजीकरण के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। पोर्टल पर जनवरी तक की अंतिम तिथि प्रदर्शित हो रही है, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण साइट दिन के समय लगभग काम नहीं कर रही है। जनसेवा केंद्र संचालकों के अनुसार, साइट केवल रात में कुछ समय के लिए ही कार्यरत रहती है, जो बड़ी संख्या में किसानों के पंजीकरण के लिए पर्याप्त नहीं है। ई-फार्मर रजिस्ट्री एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके तहत किसानों की भूमि को आधार से जोड़कर एक विशिष्ट आईडी बनाई जाती है। यह आईडी किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में मदद करेगी। इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचना, फसली ऋण, फसल बीमा, आपदा राहत और अन्य कृषि संबंधित योजनाओं का सीधा लाभ शामिल है। इस संबंध में तहसीलदार निखिल शुक्ला ने बताया कि इस समस्या से संबंधित विभाग और मुख्यालय को अवगत करा दिया गया है और किसानों के पंजीकरण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में किसान जनसेवा केंद्रों और लेखपालों के चक्कर काट रहे हैं, क्योंकि भविष्य में सभी सरकारी योजनाओं का लाभ इसी रजिस्ट्री के माध्यम से मिलेगा।
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