राजीव शंकर चतुर्वेदी
पूर्वांचाल राज्य
बलिया। सूर्य उपासना का महापर्व ढाला छठ पर्व पर नगर समेत ग्रामीण अंचलों के घाटों पर गुरुवार की शाम को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। व्रती महिलाओं ने शाम को तालाब, पोखरों व नहरों के किनारे बने छठ घाट पर डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य दिया।
देर शाम महिलाओं ने पूजन अर्चन कर कोसी पूजा किया। पुत्र प्राप्ति और मंगल कामना के लिए व्रती महिलाओं ने तालाब व पोखरों में खड़े होकर छठ मईया की देर रात तक आराधना कर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हुए तन-मन की शुद्धता और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान मंगल गीतों की धुन से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। घाटों के आस-पास मेला जैसा दृश्य नजर आया। आस्था के इस विहंगम
नजारे को लोग मोबाइल में कैद करते रहे। दिन भर घर में पूजन सामग्री तैयार करने के बाद अपराह से ही श्रद्धालुओं की टोली छठ घाट की ओर बढ़ने लगी थी। परिवार के युवक, बच्चें छोटे बड़े सभी सदस्य सिर व कंधे पर पूजन सामग्री से भरा दऊरा और ईख लेकर आगे-आगे चल रहे थे, तो उनके पीछे महिलाएं छठ पर्व की पारंपरिक गीत गुनगुनाती बढ़ रहीं थी। घाट पर पहले से तैयार वेदी की पूजा के बाद कलश और पूजन सामग्री रखकर महिलाएं नदी, तालाब व पोखरों में प्रवेश कर गई। हाथ जोड़कर छठ मईया और सूर्य देव की बंदना करती रहीं। शाम 5 बजकर 7 मिनट के बाद जैसे ही सूर्यदेव अस्त होने के लिए बढ़े अध्यं का क्रम शुरू हो गया। अर्घ्य अर्पित करते हुए व्रती महिलाओं ने परिवार के सुख-समृद्धि और मंगल की कामना की। इधर विकास खंड बेलहरी क्षेत्र के इलाकों में भी इस महा पर्व को पूरे धूमधाम से मनाया गया। जिसमें सोनवानी, पचरुखिया, रामगढ़, हल्दी, कृपालपुर आदि गांव थे। इस पूजन को देखने के लिए बड़ी तादात में लोग घाटों, पोखरे के आस-पास जमे रहे। इस दौरान बच्चों द्वारा जमकर आतिशबाजी की गई। शांति व सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर हल्दी थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार नेतृत्व में पुलिस कर्मी एवं महिला पुलिस घाटों के चारों तरफ सतर्क नजर आयें। वही थानाध्यक्ष द्वारा अपनी टीम के साथ पूरे क्षेत्र में चक्रमण करते नजर आए।
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