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जेएनसीयू के छठवें दीक्षान्त समारोह का हुआ आयोजन

 



राजीव शंकर चतुर्वेदी

पूर्वांचल राज्य ब्यूरो

बलिया। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षान्त समारोह का आयोजन मंगलवार को गंगा बहु उद्देशीय सभागार में हुआ। कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस समारोह की अध्यक्षता की। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि लड़कियाँ आगे बढ़ रही हैं। लड़के पिछड़ रहे है। लड़कियों को ज्यादा स्वर्ण पदक प्राप्त हो रहे हैं। कहा कि विश्वविद्यालयों को विद्यार्थियों के लिए उपयोगी शिक्षा प्रदान करनी होगी। कौशल विकास के लिए आवश्यक शिक्षा उन्हें प्रदान करनी होगी। सरकार द्वारा युवाओं के लिए मुद्रा योजना, इंटर्नशिप योजना, स्टार्ट अप के लिए अनुदान आदि योजनाओं के तहत आर्थिक प्रोत्साहन/सहायता उपलब्ध कराया जा रहा है। विश्वविद्यालयों को इसके लिए उपयुक्त विद्यार्थियों को तैयार करना होगा। उनकी सुप्त प्रतिभा को निखारना होगा। कुलाधिपति ने अपेक्षा की कि विवि समर्थ पोर्टल, नैक, पीएम उषा की बेहतर योजना के साथ तैयारी करे और अच्छा प्रदर्शन करे। राज्यपाल ने इस अवसर पर विवि की सभी उपाधियों को सांकेतिक रूप से डिजी लाकर पर अपलोड भी किया। 

मुख्य अतिथि प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक पद्मश्री डाॅ. राम चेत चौधरी ने बलिया की कृषि संबंधी विशेषताओं का उल्लेख किया। कृषि संबंधी अनुसंधान के लिए उन्होंने युवाओं का आह्वान किया। कहा कि यहाँ कि स्थानीय वस्तुओं, उत्पादों की जी आई टैगिंग कराने की आवश्यकता है, इससे यहाँ की वस्तुओं की कीमत ब्रैंड वैल्यू बढ़ जायेगी। उन्होंने लगातार अनुसंधान और कर्मरत रहने का संदेश दिया। बताया कि जीवन की सार्थकता कर्मरत रहने में है, अवकाश को एक नये अवसर की तरह देखना चाहिए। विशिष्ट अतिथि योगेन्द्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि युवाओं को सही दिशा प्रदान करना विवि का दायित्व है। कोई देश और समाज तभी प्रगति कर सकता है, जब वहाँ के युवा अपनी मेधा और क्षमता का प्रयोग सकारात्मक दिशा में करें। विशिष्ट अतिथि रजनी तिवारी, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश ने कहा कि युवाओं को निरंतर प्रयत्नशील रहने की जरूरत है। हनुमान जी की तरह उन्हें अपने अंदर के बल और कौशल को जगाना होगा। उम्मीद जतायी कि युवा अपनी प्रतिभा और अपने कौशल का सही इस्तेमाल देश और समाज के लिए करेंगे। कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया और विश्वविद्यालय की प्रगति का विवरण प्रस्तुत किया। 

शैक्षणिक शिष्ट यात्रा से कार्यक्रम का आरंभ हुआ, जिसमें कुलसचिव, कुलपति, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, कुलाधिपति के साथ विद्या परिषद और कार्य परिषद के सदस्य सम्मिलित रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सरिता पाण्डेय एवं डाॅ. प्रमोद शंकर पाण्डेय ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव एस.एल. पाल ने किया।



*इन्हें मिले स्वर्ण पदक*

जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षान्त समारोह के अवसर पर अपनी कक्षा में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाले कुल 42 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक वितरित किये गये, जिनमें 34 छात्राएँ और 8 छात्र हैं। सभी विषयों में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली एक छात्रा आयुषी कुमारी सिंह को चांसलर मेडल प्रदान किया गया। स्वर्ण पदक प्राप्त विद्यार्थियों के नाम इस प्रकार हैं- बी. ए.- रोली सिंह, बी. कॉम.- सेजल गुप्ता, बी. एससी. नीलाक्षी पाण्डेय, बी. सी. ए.- विश्वजीत उपाध्याय, बी. एससी. (कृषि) - समीक्षा मिश्रा, बी. एड.- खुशी राय, बी. पी. एड. - पंकज कुमार यादव, बी. एल. एड.- अंजलि सिंह, एल. एल. बी.- अभिषेक पाण्डेय, एम. ए. हिन्दी- अर्पिता सिंह, एम. ए. अंग्रेजी- धीरेंद्र यादव, एम. ए. संस्कृत- सोनाली मिश्रा, एम. ए. उर्दू- अफसाना खातून, एम. ए. मनोविज्ञान- खुशी वर्मा, एम. ए.- शिक्षा शास्त्र- रंजना चौरसिया, एम. ए.- प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व- अंशु सिंह, एम. ए. मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास- शोभा सिंह, एम. ए. भूगोल- काजल पाण्डेय, एम. ए. राजनीति विज्ञान- दिव्या तिवारी, एम. ए. अर्थशास्त्र- सोनम यादव, एम. ए. दर्शनशास्त्र- रीता खरवार, एम. ए. रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन- ताहिरा खातून, एम. ए. समाजशास्त्र- काजल राय, एम. एस. डब्लू.- तेजस्वी सिंह, एम. ए. गृह विज्ञान (मानव विकास)- श्वेता वर्मा, एम. गृह विज्ञान (आहार एवं पोषण)- आरती सोनी, एम. काम.- अपूर्वा क्षत्रिय, एम. एड.- प्रतीक्षा पाण्डेय, एम. एससी.- भौतिक विज्ञान- प्रतिज्ञा प्रजापति, एम. एससी. गणित- श्रेया, एम. एससी. रसायन विज्ञान- ईशा, एम. एससी. वनस्पति विज्ञान- प्रिया सिंह, एम. एससी. जन्तु विज्ञान- आयुषी कुमारी सिंह, एम. एससी. - जैव प्रौद्योगिकी विज्ञान- सिम्मी सिंह, एम. एस सी.(कृषि) कृषि अर्थशास्त्र- कनन कुमार वर्मा, एम. एस सी.(कृषि) कृषि रसायन एवं मृदा विज्ञान- शारदा चौबे, एम. एस सी.(कृषि) आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन- शिवानी मिश्रा, एम. एस सी.(कृषि) हार्टीकल्चर- सुमन यादव, एम. एस सी.(कृषि) एग्रोनॉमी- आनंद यादव, बी.ए.एम.एस.- दुर्गेश कुमार, एम. ए. संगीत (गायन)- रंजना यादव, एम. ए. संगीत (वादन)- शराफत अली।



*प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को किट वितरण*


छठवें दीक्षान्त के अवसर पर प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को कुलाधिपति ने स्कूल बैग एवं फलों की टोकरी प्रदान की। विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गाँवों बसंतपुर, अपाइल, भरतपुरा, जीराबस्ती, ब्रह्माइन में विश्वविद्यालय द्वारा दीक्षोत्सव के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताएँ कराई गयी थीं। पर्यावरण संरक्षण, हमारे राष्ट्र नायक, राष्ट्रीय पर्व जैसे विषयों पर इन विद्यालयों के विद्यार्थियों के मध्य चित्रकला, भाषण, रंगोली आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसके 24 विजेता विद्यार्थियों को कुलाधिपति ने ये किट प्रदान किये। इस बैग में ड्रॉइंग बुक, लंच बाक्स, वॉटर बाटल, स्टोरी बुक, इरेजर, टाॅफी आदि वस्तुयें थीं। इन प्रतियोगिताओं के सर्वश्रेष्ठ 3 विद्यार्थियों सरोज कुमारी प्रजापति, सुहानी, सूरज गुप्त की कुलाधिपति ने विशेष सराहना की। इन विद्यार्थियों ने राज्यपाल महोदया को अपने हाथों से बनी ड्रॉइंग, पेंटिंग, पोस्टर आदि भेंट किये। इस अवसर पर उनके प्रधानाध्यापक भी उपस्थित रहे।


*आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को किट वितरण*


छठवें दीक्षान्त समारोह के अवसर पर कुलाधिपति ने आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को किट प्रदान किये। इस किट में बच्चों के उपयोग की आवश्यक वस्तुयें ट्राईसाइकिल, बेबी हार्स, नंबर मॉडल, फ्रूट मॉडल, बिल्डिंग ब्लाक, पजल, प्लास्टिक बाल, क्ले, रिंग्स, स्टोरी बुक, एजुकेशन मैप, कुर्सी, व्हाइट बोर्ड, डस्टर एवं मार्कर सम्मिलित थे। ऐसे 100 किट जिला प्रशासन द्वारा एवं ऐसे 50 किट विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा वितरित किये जा रहे हैं। कुलाधिपति द्वारा ऐसे 10 किटों का सांकेतिक वितरण इस अवसर पर किया गया। राज्यपाल ने इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार एवं सी.डी.ओ. ओजस्वी राज को हेल्थ किट एवं राजभवन पुस्तक से सम्मानित किया। इस किट में छोटे बच्चों के स्वास्थ्य और हाइजीन के लिए जरूरी वस्तुयें डेटाल, पट्टी, नेल कटर, सोफ्रामाइसिन क्रीम, कंघी, तौलिया आदि वस्तुयें थीं जो कि छोटे बच्चों की देखभाल के लिए आवश्यक हैं।



*प्रशासनिक भवन का हुआ लोकार्पण*


राज्यपाल के जनपद आगमन के बाद सर्वप्रथम विश्वविद्यालय परिसर गयीं और वहाँ नवनिर्मित प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया। राज्यपाल ने नये भवन में आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था के लिए सजग किया। कहा कि नये भवनों के निर्माण के साथ ही उनके उपयोग के लिये आवश्यक सुविधाओं और व्यवस्था की जरूरत पर बल दिया। कहा कि बिल्डिंग का मास्टर प्लान जरूरत के हिसाब से बनाया जाये। इंजीनियरों को इस बात का खयाल रखना चाहिए।


स्मारिका का हुआ लोकार्पण


इस अवसर पर स्मारिका 'सृजन', न्यूज़लेटर 'अन्वीक्षण (The Quest)' एवं 'मंगलेश डबराल की काव्यानुभूति' का लोकार्पण हुआ। स्मारिका के संपादक मंडल में डाॅ. संदीप यादव, डाॅ. दिलीप मद्धेशिया, डाॅ. नीरज सिंह, डाॅ. अभिषेक मिश्र, डाॅ. प्रवीण नाथ यादव, न्यूज़लेटर के संपादक डाॅ. प्रमोद शंकर पाण्डेय, डाॅ. सरिता पाण्डेय, डाॅ. अभिषेक मिश्र, डाॅ. संदीप यादव, डाॅ. नीरज सिंह और डाॅ. प्रवीण नाथ यादव सम्मिलित रहे। पुस्तक के लेखक डाॅ. सुरेश कुमार मिश्र थे।

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