वाराणसी पूर्वांचल राज्य ब्यूरो अभिषेक दुबे की रिपोर्ट
वाराणसी: एक रीत है कबीले की एक हवेली का गुरुर! क्या सपने तोड़ सकेंगे हवेली का दस्तूर.. दुनिया ने ऐसी कई महान कहानियां सुनी हैं जहां प्रेमियों का प्यार अधूरा रह जाता है जो हमें याद दिलाती हैं कि प्यार समाज पंथ या ताज की कोई सीमा नहीं जानता इन सदाबहार रोमांटिक कहानियों की विरासत को आगे बढ़ाते हुए कलर्स अपनी भव्य असंभव प्रेम कहानी ‘दुर्गा-अटूट प्रेम कहानी’ लेकर आ रहा है जिसका प्रीमियर 16 सितंबर को शाम 7:40 बजे होगा राजस्थान की राजसी पृष्ठभूमि पर आधारित यह वर्जित रोमांस प्यार है हैसियत के पार की थीम को रचता है यह कहानी दुर्गा के इर्द-गिर्द घूमती है एक छोटे कबीले से संबंधित युवती जिसे एक शाही परिवार ने गोद लिया था दुर्गा का बचपन का प्यार शाही उत्तराधिकारी अनुराग और वह जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं एक-दूसरे के प्रति उनका प्यार भी वैसे ही बढ़ता जाता है परिवार की कठोर पानी बाई इस उभरते रोमांस का विरोध करती है दुर्गा के रूप में प्रणाली राठौड़ पानी बाई के रूप में इंदिरा कृष्णन और अनुराग के रूप में आशय मिश्रा अभिनीत शो ‘दुर्गा’ सवाल उठाता है कि क्या प्यार राजपरिवार और कबीला जनजाति के बीच की दूरी को पाटने का कोई रास्ता खोज सकेगा
दुर्गा की भूमिका निभाने पर प्रणाली राठौड़ कहती हैं एक अभिनेत्री के रूप में मुझे हमेशा मजबूत किरदार निभाना पसंद रहा है और दुर्गा की भूमिका में कई पहलू हैं और इससे आवश्यक दिलचस्प बहुमुखी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका मिलता है यह शो महत्वाकांक्षा परंपरा और सामाजिक अपेक्षाओं व दिल के मामलों के बीच के टकराव पर आधारित है मैं कलर्स के साथ दूसरी बार काम कर रही हूं और मैं अपने प्रशंसकों और दर्शकों को अपना कबीलाई लड़की का बिल्कुल अलग अवतार दिखाने की प्रतीक्षा नहीं कर सकती जो कि अपने नाम की ही तरह देवी दुर्गा के समान उग्र है
पानी बाई की भूमिका में नज़र आने के लिए तैयार इंदिरा कृष्णन कहती हैं मैं पानी बाई की भूमिका को पूरी तरह से अपनाने को लेकर रोमांचित हूं मैं कलर्स के साथ चौथी बार काम कर रही हूं, और चैनल के साथ हर सहयोग ने मुझे अपनी कला के विभिन्न पहलुओं के साथ प्रयोग करने का मौका दिया है इस भूमिका को जीवंत करने के साथ दर्शक मेरा एक नया अवतार देखेंगे क्योंकि पानी बाई दुर्गा और अनुराग को एक नहीं होने देगी
अनुराग की भूमिका निभा रहे आशय मिश्रा कहते हैं कलर्स परिवार में वापस आना और इस मनोरम प्रेम कहानी का हिस्सा बनना सम्मान की बात है इस बार मुझे राजपरिवार के उत्तराधिकारी की भूमिका निभाने का मौका मिला है जिसके प्यार को हमारे समाज में मौजूद ऊंच-नीच की मानसिकता से चुनौती मिलती है मैं बता नहीं सकता कि मैं कितना उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दुर्गा रोमांस की ऐसी तस्वीर पेश करेगी जो हर किसी के दिल में जगह बना लेगी।
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