पूर्वांचल राज्य ब्यूरो
बलिया। जनपद के चितबिसांव गांव के पूर्व प्रधान ने नजीर पेश करते हुए दो बीघे जमीन गांव की सुविधा संसाधनों के लिए दान कर दिया। पूर्व प्रधान द्वारा दान की गयी जमीन पर आंगनबाड़ी सामुदायिक भवन खड़ा है। सामुदायिक भवन के बगल में पोखरा तथा कुछ ही दूरी पर मंदिर बने हैं। जिले के बांसडीह तहसील अंतर्गत बिसौली गांव निवासी पूर्व प्रधान लल्लन यादव" वैशाखी" को देखकर शायद आप भी अंदाजा नहीं लगा पायेंगे। इन्हें इलाके में बैसाखी नाम से पुकारा जाता है। वजह कि ये दिव्यांग हैं। बैसाखी के सहारे चलते हैं। बिसौली गांव के बगल में चितबिसांव ग्राम सभा स्थित है।आज जहां एक-एक इंच जमीन के लिए संघर्ष की स्थिति बन जा रही है। ऐसे में चितबिसांव गांव में सरकारी जमीन न होने के कारण लल्लन यादव ने गांव को अपनी दो बीघा जमीन गांव के लिए दान दे दिया। पूर्व प्रधान द्वारा दान की गयी जमीन पर आंगनबाड़ी सामुदायिक भवन, पोखरा तथा मंदिर बन चुका है। पूर्व प्रधान लल्लन यादव ने कहा कि आंगनबाड़ी का भवन सहित बाउंड्रीवाल हो चुका है। दो बीघा जमीन पोखरा (तालाब) सहित काली मंदिर के लिए दे चुका हूं। जब समय आ जायेगा तो रजिस्ट्री करना ही करना है।
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