https://www.purvanchalrajya.com/

दुद्धी के निजी अस्पताल में जच्चा बच्चा की मौत, लापरवाही का आरोप लगा परिजनों ने जमकर किया हंगामा, अस्पताल सील


पूर्वांचल राज्य ब्यूरो (जिला संवाददाता, श्याम अग्रहरि)

दुद्धी,सोनभद्र : स्थानीय क़स्बा स्थित एनजीओ के नाम पर संचालित प्रेरणा फाउंडेशन अस्पताल में बीती रात प्रसव पीड़ा उपरान्त डिलेवरी कराने आयी प्रसूता व जन्मे बच्चे ने दम तोड़ दिया । जिससे आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा किया, सूचना पर मौके पर पहुँची कोतवाली पुलिस ने मृतिका के शव को अस्पताल से पीएम के लिए भेज दिया और कार्रवाई के आश्वाशन पर परिजनों को शांत कराया । नवजात को परिजनों ने रात में ही दफना दिया । मंगलवार को पहुँची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया ।

बहराडोल निवासी सोनू पटेल ने बताया कि उसकी 24 वर्षीय पत्नी गर्भवती थी , सोमवार की शाम प्रसव पीड़ा होने लगी पड़ोस गांव के ही एक झोलाछाप के सुझाव पर उसने आनन फानन में अपनी पत्नी को दुद्धी क़स्बा में संचालित अस्पताल प्रेरणा फाउंडेशन में ले आया । शाम को 6 बजे एडमिट कराने के बाद रात्रि साढ़े 10 बजे जब प्रसव कराया गया तो बच्चे की मौत हो गयी । मृत नवजात को लेकर उसने रात्रि में ही पास में स्थित एक नदी में ले जाकर दफना दिया । वहीं प्रसव के कुछ देर बाद पत्नी की हालत बिगड़ने लगी, यह सब देख उसके होश उड़ने लगे , उधर पत्नी बार बार उसे घबराहट लगने की बात कह रही थी लेकिन सोनू चाहकर भी कुछ नही कर पा रहा था , सोनू अस्पताल में मौजूद लोंगो से चिकित्सक के बारे में बार बार पूछ रहा था तो अस्पताल कर्मियों ने उससे कहा कि घबराओ मत आ जाएंगे , सोनू के पूछने पर बताया कि डॉक्टर दुद्धी रहते है उधर दर्द से कराह रही पत्नी ने अंतिम समय मे कहा कि अब मैं नहीं बचूंगी और पौने चार बजे पत्नी की भी मौत हो गयी । उसने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की । 

सोशल मीडिया पर चल रही खबर की प्रसव के दौरान जच्चा एवं बच्चा की मौत का जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान

सोनभद्र : जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर चल रही खबर की प्रसव के दौरान प्राइवेट हॉस्पिटल प्रेरणा फाउंडेशन में जच्चा बच्चा की मौत हो गई है, को तत्काल संज्ञान में लेकर सीएचसी दुद्धी के प्रभारी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए, जिस पर तत्काल सीएचसी प्रभारी दुद्धी डॉक्टर शाह आलम और नोडल अधिकारी डॉ जी एस यादव ने अस्पताल को सीज कर दिया है और अस्पताल के संचालक के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज की कार्रवाई की जा रही हैं। प्रकरण की जांच नोडल अधिकारी द्वारा की जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा है कि उक्त प्रकरण में जो भी दोषी पाया जायेगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

Post a Comment

0 Comments