- बिना पंजीकरण के संचालित चिकित्सालय किये जाये बन्द बिना पंजीकरण के कोई भी चिकित्सालय जनपद में संचालित पाया जाता है तो सम्बन्धित चिकित्सालय के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की, की जायेगी कार्यवाही : जिलाधिकारी
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो (जिला संवाददाता, श्याम अग्रहरि)
सोनभद्र : जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक की । बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने अनटाईड फण्ड में व्यय की गयी धनराशि की प्रगति की समीक्षा की, समीक्षा के दौरान यह तथ्य संज्ञान में आया कि अनटाईड फण्ड के धनराशि के खर्च में शिथिलता बरती जा रही है, जिस पर जिलाधिकारी ने डी०पी०एम० और डी०ए०एम० को नोटिस जारी करने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि धनराशि व्यय में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी । सी०एच०सी०/पी०एच०सी० के प्रभारी अनटाईड फण्ड के धनराशि समय से व्यय करना सुनिश्चित करें, धनराशि के व्यय में शिथिलता बरतने से विकास के कार्य प्रभावित होते हैं, इस दौरान उन्होंने जनपद में संचालित प्राईवेट चिकित्सालयों के निरीक्षण व की जाने वाली कार्यवाही की भी समीक्षा की, समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी व सम्बन्धित नोडल अधिकारी पंजीयन निजी चिकित्सालय को निर्देशित करते हुए कहा कि किसी भी चिकित्सालय में चिकित्सकों के उपलब्धता के आधार पर ही किसी भी मल्टी स्पेशलिस्ट हास्पिटल एवं ट्रामा सेन्टर का पंजीकरण किया जाये और चिकित्सकों की सुविधा उपलब्ध होने पर मल्टी स्पेशलिस्ट हास्पिटल बोर्ड पर अंकित किया जाये अन्यथा की स्थिति में क्लीनिकल स्टेब्लिसमेन्ट (पंजीकरण एवं नियमन) एक्ट 1010 एवं 2016 उल्लंघन पर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाये, उन्होंने कहा कि बिना पंजीकरण के कोई भी चिकित्सालय जनपद में संचालित पाया जाता है तो सम्बन्धित चिकित्सालय के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये, उन्होंने कहा कि बिना पंजीयन के जनपद में यदि कोई भी चिकित्सालय संचालित हो रहे हों, तो वह तत्काल बन्द कर दिये जाये, उन्होंने कहा कि प्राईवेट चिकित्सालयों की संघन जॉच नियमित रूप से सम्बन्धित टीम द्वारा सुनिश्चित की जाये, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं होगी, इस दौरान उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत अल्ट्रासाउण्ड कराने की व्यवस्था भी सुनिश्चित करायी जाये। इस दौरान जिलाधिकारी ने यू०पी०आर०एन०एस० द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की तो निर्माण कार्यो की प्रगति धीमी पायी गयी, जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले जे०ई० के निलम्बन हेतु संस्तुति की कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य व सब सेन्टर पर हो रही डिलेवरी के प्रगति की समीक्षा की, समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत प्रसूता महिलाओं के खाते में भेजे जाने वाली धनराशि के भुगतान की समीक्षा, समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नगवां में भुगतान की प्रगति धीमी पायी गयी, जिस पर जिलाधिकारी ने डी०ए०एम०, डी०सी०पी०एम० को नोटिस जारी कर मानदेय भुगतान पर रोक लगाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण, दवा की उपलब्धता, टीकाकरण, अल्टासाउण्ड आदि कार्यों की प्रगति समीक्षा की, समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ रहने हेतु समय-समय पर टीककरण के साथ ही दवाएं आदि की सुविधा उपलब्ध करायी जाये और उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी नियमित रूप से किया जाये, इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले आशा, ए०एन०एम० के विरूद्ध भी कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। स्वास्थ्य योजनाओं से सम्बन्धित कार्यों में जिन आशा, ए०एन०एम० द्वारा लापरवाही बरती जा रही है, इनके विरूद्ध सेवा समाप्ति की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० अश्वनी कुमार, ए०सी०एम०ओ० डॉ० आर०जी० यादव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।
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