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बीडीओ ने क्षेत्र पंचायत पूरनपुर की करोड़ों रुपये की निविदा निरस्त करने की बनाई हैट्रिक

पत्रकारों को अपने पक्ष में करने के लिए निविदा का प्रकाशन दो अखबारों की जगह पांच अखबारों में करवाकर क्षेत्र पंचायत निधि की कर रहे बर्बादी


पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, पीलीभीत  (शबलू खा)

पूरनपुर/पीलीभीत। पूरनपुर क्षेत्र पंचायत के अंतर्गत साढे चार करोड रुपए से कराए जाने वाले विकास कार्यों को लेकर बीडीओ के द्वारा माह फरवरी में दो बार निविदा का प्रकाशन कराया गया था। पहली निविदा कब निरस्त हुई, इसकी जानकारी किसी को नहीं लगी। दूसरी निविदा टेंडर बिक्री की नियत तिथि के अगले दिन एक रिसॉर्ट में टेंडर बेचे जाने की सूचना पर पहुंचे पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि के हंगामा करने पर अधिकारियों द्वारा निरस्त करवा दी थी। निविदा निरस्त करने के दूसरे ही दिन करोड़ो रुपए के 70 विकास कार्यों को लेकर नियम विरुद्ध तरीके से पुनः निविदा का प्रकाशन करवाकर बीडीओ ने निविदा प्रकाशन की हैट्रिक बना दी। इसको लेकर बीडीसी महासंघ ने क्षेत्र पंचायत की निधि को सुनियोजित तरीके से ठिकाने लगाने की जुगत भिड़ाने में लगे बीडीओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सोमवार को धरना प्रदर्शन करने के बाद देर शाम निविदा बिक्री न होने का कारण दर्शाते हुए तीसरी बार भी निविदा निरस्त कर दी गई। जिसकी सूचना मंगलवार को कार्यालय के सूचना पट पर चस्पा की गई। गत दो सप्ताह से सर्वाधिक सुर्खियों में चल रहे जनपद पीलीभीत के विकास खंड पूरनपुर के बीडीओ अरुण कुमार सिंह पर बीडीसी महासंघ द्वारा भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए लगातार शिकायतें करने के बाद धरना प्रदर्शन किया गया। बताते चलें कि बीडीसी महासंघ ने बीडीओ के निर्देश पर खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय के लेखाकार व एडीओ (आईएसबी) पर रिसॉर्ट में क्षेत्र पंचायत पूरनपुर अंतर्गत कराए जाने वाले 70 विकास कार्यों की करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की निविदा प्रकाशन के बाद टेंडर बिक्री किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों के निर्देश पर खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने अपरिहार्य कारणों से 4 मार्च को निविदा निरस्त कर दी। करोड़ों रुपए की लागत से कराये जाने वाले कार्यों में ऊपर से नीचे तक कमीशन खोरी के चलते आचार संहिता लगने का जिम्मेदारों को इतना डर सताने लगा कि उन्होंने निविदा निरस्त करने के दूसरे दिन ही पुनः नियम विरुद्ध तरीके से निविदा का प्रकाशन करवा दिया। यही नहीं बीडीओ द्वारा कुछ लोगों को खुश करने में इस बात का ध्यान भी नहीं रखा गया कि सरकारी धन से दो समाचार पत्रों में निविदा का प्रकाशन कराने से भी वही कार्य होगा, जो कि करीब आधा दर्जन समाचार पत्रों में निविदा का प्रकाशन करवाने से होगा। इसके बावजूद भी क्षेत्र पंचायत निधि को अपनी व्यक्तिगत निधि मानते हुए बीडीओ ने मनमाने तरीके से पांच समाचार पत्रों में निविदा का प्रकाशन करवा दिया। जिसका भुगतान किए जाने पर सीधे तौर पर क्षेत्र पंचायत निधि को नुकसान पहुंचना तय है। बीडीओ की मनमानी को लेकर सोमवार को बीडीसी महासंघ के प्रदेश सचिव अजय भारती और जिलाध्यक्ष अतिन्दर पाल सिंह के नेतृत्व में क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने निविदा निरस्तीकरण एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर बीडीओ कार्यालय के सम्मुख धरना प्रदर्शन किया। बीडीसी महासंघ के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि अधिकारियों द्वारा निविदा निरस्त करने के आश्वासन पर उन्होंने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर धरना समाप्त कर दिया था। बताते चलें कि मंगलवार को खंड विकास अधिकारी कार्यालय के सूचना पट पर दिनांक 11 मार्च 2023 को आदेशित निविदा निरस्तीकरण आदेश चस्पा किया गया है। जिसमें कहा गया कि कार्यालय के पत्रांक संख्या 3625/आकिंक/क्षेत्र पंचायत/23-24 दिनांक 05-03-2024 के द्वारा प्रकाशित टेण्डर बिक्री की 11-03-2024 को शाम 05 बजे तक होगी तथा टेण्डर जमा करने की तिथि 12-03-2024 को अपरान्ह 01 बजे तक प्राप्त निविदाओं को अपरान्ह 04 बजे दिनांक 12-03-2024 को गठित समिति की उपस्थिति में खोली जानी थी। उपरोक्त निविदा प्रक्रिया उपजिलाधिकारी/कार्यवाहक प्रमुख पूरनपुर के निर्देशो के क्रम में चिन्हित किये गये सभी कार्यों पर निविदा बिक्री के निर्धारित समय तक बिक्री न होने के कारण अग्रिम आदेशो तक निरस्त की जाती हैं। बताते चलें कि निविदा निरस्तीकरण दूसरी बार नहीं बल्कि तीसरी बार हुआ है। एक बार 05 फरवरी की प्रकाशित कराई गई कब और किन कारणों से निरस्त की गई, इसकी जानकारी किसी को नहीं लग सकी। बीडीओ द्वारा निविदा की हैट्रिक बनाते हुए तय मानक से अधिक अखबारों में तीन बार प्रकाशन कराने के चलते लाखों रुपए का भुगतान क्षेत्र पंचायत के खाते से किए जाने के मामले में अनुमान लगाया जा रहा है कि उच्च अधिकारी बीडीओ पर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।


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