रेल से जुड़े सवालों को लेकर जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने दिया धरना
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, बिहार
जमालपुर/बिहार। जमालपुर कारखाना एवं इस प्रक्षेत्र के रेल से जुड़े अन्य विभाग व इकाई के विकास को लेकर वर्षों से संघर्षरत जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा में शामिल विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं व प्रतिनिधियों ने जुबली बेल चौक पर एक दिवसीय धरना दिया और केंद्र व राज्य सरकार पर जम कर निशाना साधा। धरना की अध्यक्षता आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह एवं संचालन जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव रविकांत झा कर रहे थे।
धरना को संबोधित करते हुएआप के जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि जमालपुर रेल कारखाना अभी तक बचा है और विकास की जो भी थोड़ी बहुत टिमटिमहत दिख रही है तो उसकी वजह संघर्ष मोर्चा है जो निरंतर जमालपुर कारखाना के विकास के लिए संघर्षरत है बाकी चाहे कोई क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि हो सांसद व विधायक हो इस कारखाना के विकास से कोई मतलब नहीं है जिसका जवाब जनता को देना चाहिए
मोर्चा के संयोजक सह सपा जिला अध्यक्ष पप्पू यादव ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि न्याय के साथ विकास करने का दावा करने वाली ये केंद्र सरकार कारखाना और कंपनियों को नहीं मंदिर और चंद घरानों का विकास कर रही है जिसका दंश हमारी जननी जमालपुर कारखाना भी झेल रही है यहां मिले कार्यभार को कई विभाग को एक षड्यंत्र के तहत यहां से हटाया जा रहा है जो अच्छे संकेत नहीं है उन्होंने रेल अधिकारियों को चुनौती देते हुए कहा की अगर कारखाना के साथ छेड़छाड़ बंद नहीं हुआ मोर्चा इसे किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेगी
वही संचालन करते हुए जाप के प्रदेश महासचिव रवि कांत झा ने कहा कि जमालपुर कारखाना और यहां के अन्य इकाई को यहां के भ्रष्ट पदाधिकारी कुछ स्थानिय छुटभैये नेता व व कुछ दलाल ठेकेदारों को आगे कर कारखाना को चाट रही है, यूनियन पंगु हो गई है केंद्र सरकार पूंजीपतियों का दलाल बन गया है लेकिन संघर्ष मोर्चा अपनी लडाई लडना जानती है और और अपने मांगों के लिए किसी भी हद तक कुर्बानी देने के लिए तैयार है
वही धरना को संबोधित करते हुए बसपा के जिला प्रभारी कृष्णानंद राउत ने कहा की इस कारखाना और यहां के अन्य विभाग में सबसे बड़ा बाधक जीएम डीआरएम और सीडब्लूएम है जो अपना लूट खसोट का साम्राज्य कायम रखने के लिए यहां की नकारात्मक छवि सामने लाती है,जिसका संघर्ष मोर्चा मुंहतोड़ जवाब देगी और ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को यहां घुसने नहीं देगी ।
धरना को संबोधित करते हुए वरिष्ठ समाजवादी नेता मनोज कुमार मधुकर ,सपा महासचिव मिथिलेश यादव बसपा नेता डॉ कृष्ण कुमार मो आजम अमर शक्ति आदि ने कहा कि जमालपुर कारखाना भारतीय रेल का स्वर्णिम इतिहास लिखने वाली इकाई है लेकिन केंद्र सरकार की पूंजीवादी और निजीकरण की नीतियां कारखाना को स्मारक में तब्दील करने की है जिसे समझना होगा, अन्यथा इसका दुष्परिणाम यहां के लोगों को तो भुगतना ही होगा बिहार को भी इसकी कीमत चुकाने पड़ेगी इसलिए यहां की जनता को माकूल जवाब देने के लिए तैयार रहना होगा
धरना के उपरांत मोर्चा का एक शिष्टमंडल अपने 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन जिला पदाधिकारी एवं सीडब्लूएम को सोपा जो प्रधानमंत्री के नाम था जिसमें कारखाना को निर्माण एवं कोच का कार्यभार, कारखाना को पूर्व मध्य रेलवे में शामिल, डीजल शेड को इलेक्ट्रिक शेड में तब्दील, रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना, वाई लेग तक मॉडल स्टेशन का विस्तार,पूर्व एवं पश्चिमी क्षेत्र को जोड़ते हुए ऊपरी पथ का निर्माण, जमालपुर मुख्य अस्पताल को अतिआधुनिक, उपमुख्य अभियंता कंस्ट्रक्शन कार्यालय को पुनः जमालपुर में स्थापित, महाभ्रष्ट मुख्य कारखाना प्रबंधक का अभिलंब तबादला सहित कई अन्य मांगे शामिल थी।
धरना में बसपा जिलाध्यक्ष राम कुमार पासवान सपा जिला उपाध्यक्ष रामनाथ राय सीपीआई संजिवन सिह एनसीपी नेता नौशाद उस्मानी डॉ सुधीर गुप्ता नकुल यादव वार्ड आयुक्त रूपेश कुमार छोटू मीडिया प्रभारी कुमार प्रभाकर सुधीर यादव सत्यजीत पासवान मनीष यादव कृष्ण आजाद चंद्र देव यादव जीवन पासवान संतोष राऊत भोला पासवान सहित कई लोग मौजूद थे ।
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