पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, बलिया (ब्यूरो प्रभारी राजीव शंकर चतुर्वेदी की रिपोर्ट)
बलिया। मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन पशुधन अनुभाग-2 के शासनादेश संख्या- 2562/37-2-2023 पत्र 31 अक्टूबर द्वारा जनपद के अवशेष निराश्रित गोवंशों को एक नवंबर से 31दिसंबर तक विशेष अभियान चलाकर शतप्रतिशत संरक्षित कराने का आदेश जारी किया गया था लेकिन विभागीय अधिकारियों ने पत्र को ताक पर रख दिया है। आलम यह है कि सड़क से लेकर गांव तक में छुटा पशुओं का आतंक बढ़ गया है।
विभागीय पत्र के मुताबिक पशुओं को संरक्षित करने वाली टीम में क्षेत्र के पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, राजस्व विभाग, नगर विकास विभाग, गृह विभाग एवं पशुधन विभाग के अधिकारी को सम्मिलित होना है। इसके अलावा जरुरत पड़ने पर पुलिस विभाग का भी सहयोग लेना है। लेकिन विभागीय अधिकारियों के उदासीनता के कारण छुटा पशुए राष्ट्रीय राजमार्ग पर रफ्तार रोक दे रही है। वहीं ग्रामीण इलाकों के किसान छुटा पशुओं के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान झेल रहे है। किसानों का हो रहे नुकसानों को कोई देखने वाला नहीं है। विकास खंड बेलहरी में सैकड़ों निराश्रित पशु घूम रहे है।
0 Comments