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साईबर ठगी के शिकार हुए व्यापारी नेता अशोक कसेरा



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, वाराणसी (मुकेश पाण्डेय की रिपोर्ट)

वाराणसी। देशभर में साइबर ठगों का आंतक तेजी से बढ़ता जा रहा है. ना जाने कितने ही लोग रोजाना इन साइबर ठगों का शिकार हो जाते है. साइबर ठग पलक झपकते ही लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर देते है

एक तरफ तकनीकी प्रगति ने कई कामों को आसान किया है, वहीं कई बार इसी तकनीकी त्रुटियों से हमें भारी नुकसान का सामना भी करना पड़ता है। ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त हम वैसे तो कई सावधानियां बरतते हैं, फिर भी कभी कभी अनजाने में ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो जाते है। 

साईबर ठगी का नया मामला वाराणसी के विशेश्वरगंज व्यापार मंडी के किराना व्यापारी अशोक कसेरा के साथ घटित हुआ , हमेशा ठगो से सावधान और तकनीक की जानकारी होने के बावजूद, अनजाने में ठगो के भ्रम जाल में फस कर अपनी मेहनत पसीने की कमाई को गवां बैठे पत्रकारों से अशोक कसेरा ने बताया कि अभी सपरिवार धार्मिक यात्रा के लिए मैंने जग्गनाथ पुरी में मन्दिर ट्रस्ट के साईट पर जाकर कमरा बुक करना चाहा पर नही हो सका उसी साईट से मोबाईल नम्बर पर बात किया तो पता चला हो जाएगा आप इस खाता में रकम ट्रांसफर करे और वहां से क्यू आर कोड दिया गया हमने क्यू आर कोड पर रकम भेजने के लिए 20000 रकम भरा तो उसपर निलाद्रि भक्त निवास लिख कर आ गया हम आश्वस्त हो फण्ड ट्रांसफर कर दिया। 

हमने रसीद के लिए फोन किया तो हीलाहवाली किया गया हमने अपना एक आदमी पुरी भेज कर पता किया तो पता चला की आपके साथ धोखा हुआ है। ऐसा कुछ नही हुआ है कोई बुकिंग नही हुआ है तब हमे ठगे जाने का पता लगा। हमने बैंक में जाकर सूचना दिया पर बैंक ने अपनी असमर्थता जताया तब हमने साईबर सेल में भी जा कर सूचना दिया पर वहां से भी कोई सहायता नही मिल सका।

इस घटना में हैरान करने वाली बात ये है कि कम पढ़े-लिखे और नासमझ लोग तो इसका शिकार बन ही रहे हैं, साथ ही जानकार और पढ़े-लिखे लोग भी इनके झांसे में आकर अपनी कमाई से हाथ धो बैठते हैं और फिर उन्हें समझ नहीं आता है कि पैसों को कैसे वापस पाए। 

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