अंकित त्यागी पेशे से टीचर और आईएएस की तैयारी कर रहा है
कहीं आईएएस न बन जाए इसके लिए पड़ोसियों ने घूस देकर फर्जी मुकदमा कायम करा कर भेजा जेल
मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के खंदावली गांव का यह मामला है
(प्रधान संपादक कृष्णा पंडित की कलम से ✍🏻....)
जी हां सही सुना आपने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ जहां जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं और निरंतर अपराध पर शिकंजा कसने के लिए तल्ख तेवर के साथ अधिकारियों की बैठक व सस्पेंशन के साथ निलंबन की गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं वही दूसरी तरफ इनके नाक के नीचे पुलिसिंग का घिनौना खेल जारी है !
मेरठ की पुलिस का कारनामा एक युवक जो आईएएस की तैयारी कर रहा है पेशे से शिक्षक है उसको फसाने के लिए घर पर रखी बाइक की डिग्गी में तमंचा रखकर आर्म्स एक्ट में मुकदमा कायम कर युवक को जेल भेज दिया गया लेकिन पुलिस वालों को यह नहीं पता था कि यह सारी घटना घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज कमरे में कैद हो रहा है अंकित त्यागी के घर के बाहर दो पुलिस वाले आते हैं और बाहर रखी बाइक के पास एक पुलिस वाला चलता है फिर थोड़ी देर बाद डिग्गी में कुछ रखने के बाद ही दूसरा पुलिस वाला अंकित को बुलाकर लाता है और बोलता है कि तुम्हारी डिग्गी में तमंचा है अब आप सोच कर हैरान होंगे की उत्तर प्रदेश की पुलिस जहां कामयाबी के लिए बुलंद इकबाल को जगजाहिर करने में इतनी घिनौनी और इस कदर गिर सकती है जिसका अंदाजा आपको भी नहीं होगा !
ऐसे ही नहीं कहा जाता की कई निरपराध को पुलिस वाले अपराधी बना देते हैं जिसका यह घटना जो पुलिस की वर्दी ही नहीं बल्कि पुलिसिंग को भी शर्मसार कर रही है !जिसके लिए कई जाबांज जिन्होंने अपनी दिलेरी के साथ पूरी जीवन वर्दी का सम्मान और नौकरी किया वह भी आज शर्मिंदा होगा !
जैसे ही फुटेज जिले के कप्तान को दिया गया ! पुलिस के कारनामे की पोल खुल गई और साहब अपनी इज्जत बचाने के लिए दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया लेकिन क्या लाइन हाजिर कर देने से किसी बेबस ,निरपराध को फसाने की घटना से बचा जा सकता है यह किसी एक जिले की कारनामे की बात नहीं ऐसे कई पुलिस वाले अलग-अलग जिलों में अपनी कामयाबी की कहानी की पटकथा लिख रहे हैं इसके जिम्मेदार उनके बड़े हुक्मरान और अधिकारी हैं !योगी जी लगाम लगाइए नहीं तो यह सब मिट्टी में मिला देंगे !!
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