ग्रामीणों ने किया सड़क पर हंगामा, दोनों पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
राजीव शंकर चतुर्वेदी
पूर्वांचल राज्य ब्यूरो
बलिया। बांसडीहरोड थाना क्षेत्र के मनियारी जसाव में बुधवार शाम गुपचुप तरीके से गांजा की बरामदगी करने सिपाहियों के साथ पंहुचे दारोगा को घरवालों के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने घेर लिया और उनके साथ मारपीट होने लगी। चौतरफा भीड़ से घिरने के बाद दारोगा सिपाही तो वहां से भाग निकले। लेकिन घटना को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ देर शाम सड़क पर उतर आई। जिसके बाद गुरुवार सुबह भी घटनाक्रम को लेकर एक बार फिर बांसडीहरोड तिराहे पर बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और प्रकरण में शामिल दारोगा सिपाही पर कार्रवाई के बाद ही भीड़ सड़क से हटी। मनियारी जसाव निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य विजय बिंद की बांसडीहरोड में जनरल स्टोर की दुकान है। बुधवार देर शाम एसआई ओम नारायण पाठक कथित रूप से दो सिपाहियों के साथ विजय के घर में घुस आये और छत पर चढ़कर एक झोले में रखा गांजा पकड़ लिया। इसके बाद इसे लेकर उनकी घर की महिलाओं से झड़प होने लगी। इसी बीच शोर सुनकर आस पास के लोग व महिलाएं मौके पर एकत्र हुई तो कुछ देर में ही उनकी पुलिस से हो रही नोकझोंक हाथापाई में तब्दील हो गयी। महिलाओं ने पुलिस के हाथ से गांजे का झोला भी छीन लिया। जिसके बाद पुलिस वहां से उल्टे पांव भाग निकली। भागते पुलिसकर्मियों पर महिलाओं ने ईंट पत्थर भी चलाये। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ गांव से निकलकर सीधे सड़क पर आ गयी और बांसडीहरोड तिराहे पर हंगामा करने लगी। बवाल की सूचना पाकर पंहुचे थानाध्यक्ष अखिलेश चंद्र पांडे ने ग्रामीणों से बात की जिसपर विजय बिंद की घर की महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस खुद गांजा लेकर उनके घर पहुचीं और सीधे छत पर चढ़कर उन्हें एक झोला दिखाकर पूछने लगी कि बताओ इसमें क्या है। घटनाक्रम में आरोप है कि दारोगा ने मामले को निपटाने के लिये एक लाख रुपये की मांग की जिसे न मानने पर उनके खिलाफ कारवाई की धमकी दी गयी। इस दौरान दरोगा ने महिलाओं के साथ अभद्रता की और उनके बाल भी पकड़े। शोर मचने पर जब गांव के लोग जुटे तो पुलिस वहां से भाग निकली। ग्रामीणों की मांग थी कि तत्काल उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाये। अन्यथा से मुख्यालय जाएंगे। इस दौरान देर तक थानाध्यक्ष से ग्रामीणों की बात चलती रही और थानाध्यक्ष द्वारा सुबह मामले में कारवाई के आश्वासन पर ग्रामीण रात भर के लिये शांत होकर रात दस बजे घर लौट गये। गुरुवार की सुबह एक बार फिर प्रकरण ने तूल पकड़ा और विजय बिंद के क्षेत्र पंचायत सदस्य व दुकानदार होने के कारण मामले में स्थानीय नेता व व्यापार मंडल के लोग भी पूरी तरह पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ मुखर होकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गये और देखते ही देखते बांसडीहरोड बाजार में सड़क जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी। इस दौरान जहां व्यापार मंडल ने बाजार को बंद करा दिया। वहीं युवा नेता मानवेंद्र विक्रम सिंह द्वारा बड़ी संख्या में युवाओं को लेकर सड़क पर पैदल चलते हुए नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया जाने लगा। मामला बिगड़ता देख मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी जिसके बाद मौके पर मनियर व सहतवार एसओ भी अपने दलबल के साथ पंहुच गये। इसी दौरान सीओ सिटी गौरव शर्मा व सीओ बांसडीह प्रभात कुमार भी मौके पर पंहुचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उन्हें पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान सीओ बांसडीह ने पीड़ित परिवार से बातचीत कर उनके साथ जाकर घटनास्थल का निरीक्षण कर पूरी वास्तविकता की जानकारी ली और मौके पर जुटे ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आश्वस्त किया। प्रदर्शन करने वालों में मानवेंद्र विक्रम सिंह, अमित सिंह, बिकाऊ सिंह, नरेंद्र मिश्रा, लल्लू सिंह, छोटे यादव, बबलू पटेल, आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
इस संबंध में सीओ बांसडीह प्रभात कुमार ने बताया कि प्रकरण में आरोपित एसआई व सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। मामले की जांच कर उनके विरुद्ध आगे की विभागीय व अनुशासनात्मक कारवाई की जायेगी।
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