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केयर अस्पताल में फिर बिगड़ा प्रसव केस, पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज की शिकायत


प्रसव मामले में लापरवाही के चलते पहले भी सील हो चुका है डा• साजिया का केयर अस्पताल

पूरनपुर में कई मानक विहीन अस्पताल/नर्सिंग होम धड़ल्ले से हो रहे संचालित

पूर्वांचल राज्य ब्यूरो पीलीभीत ज़िला संवाददाता शबलू खा


पीलीभीत (पूरनपुर)

जनपद पीलीभीत की तहसील पूरनपुर क्षेत्र में मानक विहीन अस्पतालों में प्रसव कराने जाने वाली महिलाओं की जिंदगियों से लगातार खिलवाड़ जारी है। जिम्मेदार अधिकारी इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं, किसी केस के बिगड़ने पर शिकायत होने की स्थिति में कुछ दिन के लिए अस्पताल को सील कर दिया जाता है, और फिर स्वास्थ्य विभाग की सांठ-गांठ के चलते मानक विहीन अस्पतालों को प्रसव कराने आने वाली महिलाओं की ज़िंदगियों से खिलवाड़ करने की छूट दे दी जाती है। जिसका जीता जागता उदाहरण डा• साजिया का केयर अस्पताल भी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरनपुर में ब्लाक रोड पर स्थित डा• साजिया अस्पताल का एक और मामला प्रकाश में आया है, जिसमें पीड़िता के पति द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भी की गई है, आपको बताते चलें की डा• साजिया का केयर अस्पताल इससे पूर्व भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सील हो चुका है। सूत्रों की माने तो राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण कड़ी कार्रवाई होने के बजाए अस्पताल को फिर चालू कर करने की अनुमानित प्रदान कर दी जाती है। इसी क्रम में मोहल्ला राजगंज वार्ड नंबर 12 के निवासी मोहम्मद जीशान अपनी गर्भवती पुत्रवधू को पूरनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर जा रहे थे, परंतु रास्ते में प्रसूता की हालत बहुत ज्यादा बिगड़ने की वजह से डॉक्टर साजिया के केयर अस्पताल में दिखाया, तो डा• साजिया ने देखने के बाद नॉर्मल डिलीवरी हो जाने का भरोसा दिलाया तथा ₹25000 फीस बताई, मांग प्रसव से पूर्व ₹13000 जमा भी करा लिए। नॉर्मल डिलीवरी से बच्चे की पैदाइश भी हो गई, परंतु अचानक प्रसूता की हालात बिगड़ने लगी तब डॉक्टर साजिया ने तुरंत एंबुलेंस मगा ने तथा पीलीभीत ले जाने की बात कही, जब मोहम्मद जीशान ने कारण पूछा तो ज्यादा सवाल जवाब न करने की चेतावनी डॉक्टर साजिया ने दे डाली। मुख्यमंत्री को दिए गए शिकायती पत्र में प्रसव के दौरान लापरवाही तथा संक्रमित उपकरणों के प्रयोग की बात भी कही गई है। जिसके बाद डॉक्टर साजिया के बताए अनुसार हम लोग पीलीभीत के मैकूलाल अस्पताल में पीड़िता को लेकर पहुंचे, जहां उक्त डॉक्टर द्वारा तुरंत आईसीयू में भर्ती कर ब्लड चढ़ाया गया, तब बामुश्किल पीड़िता की जान को बचाया जा सका। डॉक्टर साजिया के केयर अस्पताल में यह कोई पहला मामला नहीं है, वहां आए दिन केस बिगड़ते ही रहते हैं। फिर भी स्वास्थ्य विभाग चुप्पी साधे पूरनपुर के कई मानक विहीन नर्सिंग होम व प्राइवेट अस्पतालों पर अपनी विशेष कृपा दृष्टि बनाए हुए है।

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