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स्वर्णकार समाज की पिछड़े वर्ग में कोई वाजिब हिस्सेदारी नहीं: शिवकुमार वर्मा


 स्वर्णकार समाज की पिछड़े वर्ग में कोई वाजिब हिस्सेदारी नहीं: शिवकुमार वर्मा

पूर्वांचल राज्य से बात करते हुए इटवा सिद्धार्थनगर निवासी शिवकुमार वर्मा का छलका दर्द

पूर्वांचल राज्य  समाचार, लखनऊ

उपसंपादक ठाकुर सोनी व पूर्वी उ०प्र० ब्यूरो प्रभारी फणींद्र मिश्र

     उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घोषित पिछड़ा वर्ग आयोग में पिछड़ा वर्ग की सभी जातियों को हिस्सेदारी मिल गई  लेकिन सिर्फ हमेशा की तरह   स्वर्णकार समाज इस सूची में स्थान न बना सका। विदित रहे कि अगस्त 2024 को नवगठित एवं भारी भरकम उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग में तमाम पिछड़ी जातियों की हिस्सेदारी सुनिश्चित की गई है। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी बीजेपी द्वारा स्वर्णकार समाज के प्रति अपनी दुर्भावना एवं समाज को उपेक्षित रखने की परंपरा पर चलते हुए समाज के किसी भी व्यक्ति की उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग में भागीदारी सुनिश्चित नही हुई।यह शर्मनाक  कदम आगे बढ़कर समाज के प्रति निम्न मानसिकता को दर्शाता है।

क्योंकि हिंदुत्व की पैरोकारी करने वाले समाज को अपमानित करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते है।

अनादिकाल से स्वर्णकार जाति का अस्तित्व है।देवताओं के शरीर पर शोभायमान आभूषण कौन बनाता था? स्वर्णकार कारीगर ही न ।यदि हम अतीत की बात करें तो स्वर्ण का कार्य करने से स्वर्णकार या सोनारी जाति के लोगों के पास सोना होता था और वजह से वे राज सत्ता से नजदीक रहते थे।कालांतर में स्वर्णकार समाज के लोगों के पास से सोना भी कम होता चला गया और सत्ता से इनकी दूरी भी बढ़ती चली गई।प्रजातांत्रिक व्यवस्था में जिस एकजुटता और मजबूती के साथ अपनी बातों को रखा जाना चाहिए था इसपर सरकार ने कभी ध्यान ही नहीं दिया।नतीजतन राजसत्ता को स्वर्णकार समाज की ताकत का अहसास ही नहीं हुआ।कमोबेस यह स्थिति आज भी बनी हुइ है। यह कहने में जरा भी यह झिझक या संकोच नहीं कि आज देश में छोटी-छोटी जातियां सत्ता का सुख भाग रही हैं और उनके अधिकारों की बात संसद में होती है. स्वर्णकार समाज की चर्चा कोई नहीं करता क्योंकि हमारा संसद या विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व ही नहीं है।स्वर्णकार समाज के इक्का-दुक्का लोग सांसद या विधायक बन ही जाते हैं तो भी समाज की आवाज उन्नति के साथ संसद या विधानसभा में उठ नहीं पाती इसीलिए आज भी स्वर्णकार समाज के सामने राजनीतिक पहचान का संकट है याद रखना चाहिए कि जिन जातियों की राजनीतिक पहचान नहीं होती उनका समाज में कोई वजूद ही नहीं होता।

    इस बाबत शिवकुमार वर्मा (इटवा 305,जिला सिद्धार्थनगर) ने पूर्वांचल राज्य से बात करते हुए बताया कि

मेरे 52 वर्ष से ऊपर की उम्र में लगभग 28 - 30 वर्ष से राष्ट्रवाद की भावनाओं से प्रेरित होकर भाजपा की सक्रिय सदस्यता ग्रहण करके सार्वजनिक जीवन में प्रवेश किया। वर्ष 1996-97 में भाजपा प्रत्याशी स्वर्गीय ब्रह्मप्रकाश चौधरी  के इटवा 305  विधानसभा चुनाव से ही मंच पर उतर कर भारतीय जनता पार्टी के नीतियों को बुलंद करने का कार्य आरम्भ कर दिया था  और तभी से विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए 2014 में केन्द्र में मोदी जी के सरकार में आने से और बढ़ी ऊर्जा से तथा 2017 के पूर्व प्रतिकूल परिस्थितियों में  संघर्षरत होकर असत्य के विरुद्ध पार्टी की लड़ाई लड़ते आ रहा हूँ। हमारे सामने कितने हमारे सहयोग से छोटे - बड़े पदों पर आसीन हो गये । 

 शिव शंकर वर्मा ने अपनी आपबीती बताते हुए आगे कहा कि हमारे सार्वजनिक जीवन में पूरी स्पष्टवादिता पूर्वक हमने जीवन में छल - कपट फरेब, मक्कारी, दलाली, बेईमानी से और "नेता परिक्रमा से दूर रहकर" सैद्धान्तिक व नैतिक मूल्यों को सर्वोपरि मानते हुये सदैव प्रयास किया कि मेरे द्वारा पार्टी के सिद्धांतो को बल मिले सामाजिक जीवन मे किसी के साथ अन्याय न हो, शायद इसी स्वभाव के कारण ही कुछ लोगों को मैं रास भी नही आता हूँ। जबकि जिसका साथ दिया तो पूरी निष्ठा, लगन व निःस्वार्थ बिना किसी शुल्क के अनेकों अनेक सेवायें करना ही अपनी शानो - शौकत समझना और जुर्म ज्यादती के विरुद्ध लड़ने की आदत में शुमार हो चुका है। जिसका लाभ यह हुआ कि जनता का प्रेम, स्नेह, प्रसंशा व सराहना के रूप में नगर के व्यापार मण्डल अध्यक्ष पिछले 8 वर्षों से लगातार हूँ। इससे हमें आत्मसंतुष्टि अवश्य ही मिलता रहा है। 

लेकिन नुकसान की भी बड़ी लंबी फेहरिस्त है जिसमें हमारा व्यवसाय भी प्रभावित हुआ और बदले में फर्जी मुकदमें ! यहाँ तक कि रिश्तदारों और परिवार को भी बहुत क्षति उठानी पड़ी है। वर्ष 2017 में चुनाव प्रचार में रात - रात भर प्रचार - प्रसार के उन्माद में और मंचों पर भाषण के भागम-भाग में पूज्य योगी जी के विषकोहर जनसभा मे जाते समय सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया और बायां पैर घुटने पर टूट गया। जिसमें महीनों बेड पर पड़ा रहा इतना ही नही विपक्षी पार्टियों के सरकारों में दो फर्जी मुकदमों का बोझ भी देकर उत्पीड़न किया गया ताकि यहाँ कोई सक्रिय भाजपाई रह न जाय।

    पूर्वांचल राज से शिवकुमार वर्मा ने बताया कि वर्ष 2019 लोकसभा, 2022 विधानसभा, 

 2024 के लोकसभा में विधान सभा का स्टार प्रचारक रहकर पार्टी के लिये पांचों विधान सभाओ में साथ ही साथ 2022 में प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वतंत्र देव सिंह जी के संरक्षण में चल रहे संगठन मिशन योगी अगेन के जिलाध्यक्ष के रूप में तथा भाजपा हेतु सोशल मीडिया के माध्यम से पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी का सेवक रहा हूँ, 

परंतु अभी तक पार्टी द्वारा कोई अवसर नहीं दिया गया।

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