पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, महराजगंज (इमरान ख़ान)
पनियरा/महराजगंज। नगर पंचायत क्षेत्र पनियरा के जर्दी-डोमरा रिंग बांध का निर्माण कार्य किया जा रहा है। आसपास के गांव को बाढ़ से बचने के लिए बांध को और ज्यादा मजबूत करने का कार्य चल रहा है। ठेकेदारों द्वारा बाढ़ को रोकने के बजाय स्वयं ही बाढ़ को न्योता दिया जा रहा है। नदी के किनारे से ही लगभग 5 से 8 फीट की दूरी से मशीन द्वारा अवैध खनन कर बंधे का मरम्मत कार्य किया जा रहा है। ऐसे में बरसात में थोड़ी भी बारिश हुई तो कई गांव पानी के आगोश में आ जाएंगे। ठेकेदार की मनमानी को लेकर आस-पास के कुछ युवकों ने विरोध किया लेकिन कोई परिणाम नहीं निकल सका ठेकेदार ने जहां से चाहा वहां से मिट्टी खनन कर कार्य को मनमाने ढंग से अंजाम देने पर उतारू है।
बताते चलें कि जर्दी-डोमरा रिंग बांध 3 किलोमीटर व 700 मीटर समूचे बांध का मरम्मत कार्य होना है जिसे जो ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है यह पूरी तरह से सरकार की मंशा पर पानी तो फेरने का कार्य हो ही रहा है, साथ ही साथ कड़े तेवर के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को छवि पर बट्टा लगाने का कार्य कर रहा है।
बताते चलें कि वर्ष 2007 में आई बाढ़ में हरखपुरा गांव में नाव पलटने से 27 लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई थी उस खौफनाक मंजर को सोच कर ग्रामीणों की रूह कांप उठती है। उक्त बंधे की मरम्मत में हो रहे गोलमाल को लेकर विभागीय एक जेई से बात की गई तो बहुत कुरेदने पर उन्होंने स्वीकार किया कि नदी के किनारे जो खनन हुआ है उसकी शिकायत खनन विभाग से ग्रामीणों को करनी चाहिए साथ ही यह भी कहा कि बंधे से मिट्टी खनन की दूरी 40 से 50 मीटर होगी। यदि जेई साहब की बातों को ही मान लिया जाए तो यह स्पष्ट हो गया कि ठेकेदार द्वारा गलत किया जा रहा है। यह अलग का विषय है कि विभाग के आला अधिकारी अभी तक अपनी आंखें बन्द कर रखी है जो अपने आप में एक सवालिया निशाना है और जांच का विषय है।
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