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कायाकल्य के बाद भी नहीं बन सकी विद्यालय की चहारदीवारी



पूर्वांचल राज्य ब्यूरो, महराजगंज

फरेंदा। परिषदीय विद्यालयों को संवारने व सुविधा मुहैया कराने में विभाग नाकाम साबित हो रहा है। विद्यालय में अभी तक चहारदीवारी व गेट की व्यवस्था नहीं है। शुद्ध पेयजल का अभाव है। परिसर में गंदगी का अंबार हैं। वहां पर रखे गए उपकरण टूटे हुए हैं। ऐसे में इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावक सवाल उठा रहे हैं।

फरेंदा क्षेत्र के कुछ विद्यालय के पड़ताल में खामियां उजागर हुई। जहां बगैर बाउड्रीवाल के विद्यालय भवन की सुरक्षा भी ठीक से नहीं हो पा रही है। जहां पर छुटटा पशु व खेलने वाले बच्चे उपकरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं। विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए कायाकल्प योजना का करीब दो वर्षों से अधिक का समय बीत गया लेकिन सुचारू ढंग से कायाकल्प योजना का क्रियान्वयन नहीं हो पाया हैं। विद्यालय के भवनों को संवारने और सुविधा मुहैया कराने के लिए 19 बिंदुओं पर काम चल रहा हैं। इनमें एक बिंदू बाउड्रीवाल भी है। सभी कामों को पूरा करने के लिए कायाकल्प योजना संचालित हो रही है।

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